दतिया। मध्यप्रदेश के चंबल संभाग के दतिया जिले के भाण्डेर के बरकी सराय मोहल्ले के सरकारी स्कूल में पदस्थ टीचर राजेश ओझा 35 वर्ष के साथ स्कूल में आयोजित विधायक कप खेलों में असामाजिक तत्वों ने मारपीट की थी। इस दौरान साथी शिक्षक ने भी राजेश का साथ नहीं दिया था। इस मारपीट से क्षुब्ध होकर वह पहले छत से नीचे कूदा, फिर भी नहीं मरा तो ब्लेड से खुद का गला रेत लिया। घायल हालत में परिजन उसे अस्पताल लाए, यहां उसकी मौत हो गई।
राजेश ओझा शासकीय शिक्षक के तौर पर छह सितंबर 2011 को नियुक्ति हुई थी। तब से वह अकबई गांव के सरकारी स्कूल में पदस्थ था। हाल ही में उसका तबादला भांडेर में ठकुरदास मोहल्ले के शासकीय माध्यमिक विद्यालय बरकी सराय में हुआ था। पिछले महीने 20 नवंबर को स्कूल में विधायक कप टूर्नामेंट का आयोजन हुआ था। स्कूल के हैडमास्टर महेंद्र श्रीवास्तव के मुताबिक टूर्नामेंट के दिन ही मोहल्ले के असामाजिक तत्वों ने शिक्षक राजेश ओझा के साथ मारपीट कर दी थी। मारपीट से क्षुब्ध राजेश रिपोर्ट कराने जा रहा था, लेकिन स्कूल के स्टाफ ने उसका सहयोग नहीं किया। इसके बाद राजेश ने 21 और 22 नवंबर का अवकाश ले लिया। अवकाश खत्म होने के बाद भी राजेश ओझा वापस स्कूल नहीं पहुंचा। राजेश 13 दिन से अवकाश पर ही चल रहा था।
राजेश ओझा मूलतः दतिया जिले के सेंवढ़ा के अतरेटा गांव का रहने वाला है, लेकिन ठकुरास मोहल्ले के स्कूल में तबादला होने के बाद भाण्डेर में ही विधायक कॉॅलोनी में किराए से अपनी पत्नी आशा व दो बच्चों के साथ रहता था। 11 दिसंबर को उसके भतीजे गिरजेश के बेटे का फलदान आना था, इसलिए वह 4 दिसंबर को भाण्डेर से अतरेटा पहुंचा था। वह शराब के नशे में धुत होकर घर आया। आत्महत्या करने के लिए उसने पहले मकान की छत से छलांग लगाई, लेकिन बच गया। इसके बाद घर के अंदर जाकर गले में ब्लड मार लिया। यह देख पत्नी आशा ने गांव के लोगों को बुलाया और तत्काल उसे अस्पताल ले जाया गया। इलाज के दौरान कल शाम उसकी मौत हो गई।
मृतक शिक्षक राजेश ओझा की पत्नी श्रीमती आशा का आरोप है कि मेरे पति को इतना प्रताडित किया गया कि उन्होंने आत्म हत्या खुद नहीं की बल्कि आत्म हत्या करने के लिए उनको मजबूर किया गया। असामाजिक तत्व राजनैतिक प्रभाव वाले है इसलिए स्कूल का स्टाफ भी मेरे पति की मदद करना तो दूर रहा रिपोर्ट तक नहीं करने दी।