शिलांग ! असम राइफल्स के एक जवान की पत्नी ने आरोप लगाया है कि अद्र्धसैनिक बल के अधिकारियों ने बल के एक जवान के खिलाफ यौन उत्पीडन और ब्लेकमेल के मामले को उजागर नहीं करने का उस पर दबाव बनाया।
पीडिता ने आरोप लगाया कि 40 असम राइफल्स बटालियन के एक जवान डेन सिंह नेगी ने पिछले चार महीने से फोन पर उसका यौन उत्पीडन किया है।उन्होंने बताया कि जब वह इस मामले को अद्र्धसैनिक बल के उच्चाधिकारियों के पास ले गई तो उन्होंने इस मामले को दबाने की सलाह दी।
पीडिता ने पत्रकारों को बताया..मैंने नेगी के खिलाफ शिकायत र्दज कराई है कि वह पिछले चार महीने से फोन पर मेरा यौन उत्पीडन कर रहा है लेकिन अधिकारियों ने मुझसे कहा कि इस मामले को आगे नहीं ले जाऊं क्योंकि इससे तुम्हारी और तुम्हारे परिवार की प्रतिष्ठा खराब होगी।
पीडिता ने नेगी के खिलाफ असम राइफल्स में शिकायत र्दज कराई है लेकिन आरोपी जवान के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय अधिकारी गंदी प्रतिक्रिया दे रहे है।उन्होंने कहा कि वह चाहती थी कि आरोपी जवान को दंडित किया जाये।
इस बीच नेगी ने खुद को निर्दोष बताते हुए दावा किया है कि उसने महिला का कभी भी शोषण नहीं किया।नेगी ने कहा..मेरे खिलाफ लगाये गये आरोप झूठे है और मैंने कभी भी कुछ गलत नहीं किया।..
असम राइफल्स के प्रवक्ता लेफिटनेंट र्कनल सुनील रावत ने कहा कि पीडिता ने बल के समक्ष अब तक कोई शिकायत र्दज नहीं कराई है।असम राइफल्स के समक्ष शिकायत र्दज होने के बाद हम कार्रवाई करेंगे और यदि कोई दोषी पाया जाता है तो कानून के अनुसार कार्रवाई की जायेंगी।

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