आयकर अधिकारी के भेष में फर्जी छापों से बचाव के लिए वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को एक अहम कदम उठाया है। मंत्रालय ने दिल्ली क्षेत्र के लिए मोबाइल नंबर जारी किया है जिसे डायल कर आयकर अधिकारी का दावा करने वालों की हकीकत का पता लगाया जा सकता है।
वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि दिल्ली क्षेत्र में कर चोरी, अघोषित आय या काला धन एकत्र करने वालों के खिलाफ आयकर विभाग के सर्वेक्षण और जांच के बीच फर्जी लोगों द्वारा गैरकानूनी गतिविधियों की सूचनाएं भी मिली हैं। कुछ लोग फर्जी पहचान पत्र के साथ आयकर विभाग के नाम पर सर्वेक्षण करते हैं और दिल्ली के आयकर विभाग से होने का दावा करते हैं। इस स्थिति में करदाता जांच का अधिकार देने वाला वारंट देख सकते हैं। वारंट में आयकर अधिकारियों की पहचान से सत्यापन भी किया जा सकता है। अगर किसी व्यक्ति के यहां आयकर टीम पहुंचे तो वह तत्काल सत्यापन के लिए वरिष्ठ अधिकारी का नंबर मांग सकता है।
मंत्रालय ने यह कदम हाल ही में दिल्ली के मालवीय नगर इलाके में आयकर विभाग के सर्वेक्षण के नाम पर फर्जीवाड़ा करने पहुंचे कुछ लोगों के पकड़े जाने के बाद उठाया है। खास बात ये है कि इन फर्जी आयकर अधिकारियों की घरवालों ने ही जमकर धुनाई कर दी थी। हालांकि दिल्ली एनसीआर समेत देशभर में ऐसी कई घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं। पिछले साल नोटबंदी के बाद फर्जी आयकर व पुलिस अधिकारी बन एक ऑफिस में छापेमारी में बीस लाख रुपये की नई मुद्रा की ठगी का मामला प्रकाश में आया था। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में आयकर विभाग की ओर से सभी राज्यों के लिए ऐसे कदम उठाए जाएंगे।
यह नंबर डायल करें
अगर आपको संदेह है कि सर्वेक्षण के लिए आए लोग आयकर विभाग से नहीं हैं तो ऐसी स्थिति में पुष्टि करने के लिए 9013850099 मोबाइल नंबर डायल कर सकते हैं।
नोटबंदी के बाद बढ़ी गतिविधियां
नोटबंदी के बाद से आयकर विभाग समेत अन्य केंद्रीय एजेंसियां कालाधन, अघोषित आय और बेनामी संपत्ति के लिए लगातार सर्वेक्षण कर रही हैं। बड़ी तादाद में विभाग ने इस मामले में सफलता भी हासिल की है। लेकिन इस बीच आयकर छापों के नाम पर ठग भी सक्रिय हो गए हैं।