आगरा। उत्तरप्रदेश के आगरा अमेरिका से लौटे बेटे की प्रशासन को जानकारी न देना डॉक्टर दंपती को भारी पड़ा है। आगरा प्रशासन ने डॉक्टर दंपती व उसके कोरोना पॉजिटिव बेटे पर आईपीसी की धारा 188, 269 व 270 के तहत मुकदमा दर्ज किया है। आरोप है कि, विदेश से लौटने के बाद दंपती ने अपने बीमार बेटे का खुद इलाज किया और गैर जिम्मेदाराना रवैया अपनाया। प्रशासन ने विदेश से लौटने वालों की जानकारी पाकर जब स्क्रीनिंग की और सैंपल लिए तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
न्यू आगरा थाना इलाके में कमलानगर स्थित एक प्राइवेट अस्पताल का संचालन डॉक्टर दंपती करते हैं। 20 मार्च को इनका 22 वर्षीय बेटा अमेरिका से दुबई होते हुए भारत लौटा। 21 मार्च को वह आगरा आया। बताया जा रहा है कि, बेटे को सर्दी, खांसी, जुकाम की शिकायत थी तो माता-पिता ने उसे घर पर ही रखकर उसका इलाज किया। लेकिन, 25 मार्च को समस्या बढ़ने पर सैंपल दिया गया। गुरुवार को रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने डॉक्टर दंपती व उनके बेटे को आइसोलेट कर दिया गया है। दंपती के सैंपल लिए गए हैं। इसके अलावा नर्सिंग होम पर 25 मरीज एडमिट थे। उन्हें भी एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया है। इसके अलावा डॉक्टर दंपती के संपर्क में आए लोगों की सूची बनाने का काम जारी है। एसएपी बबलू कुमार ने बताया कि, डॉक्टर दंपती ने गैर जिम्मेदाराना रवैया अपनाया है। उन्होंने बेटे की जानकारी छिपाई। ऐसे में उन पर केस दर्ज किया गया है।
जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह ने बताया- हाल फिलहाल यात्रा करने वालों की ट्रेवल हिस्ट्री तलाशी जा रही है। उन्होंने कहा- लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराया जा रहा है। कहीं भी कोई मुनाफाखोरी न करने पाए, इसका इंतजाम चल रहा है। जिले में राशन या अन्य जरूरी सामानों की कोई कमी नहीं है।
आगरा में अब तक 9 केस सामने आ चुके हैं। इनमें से आठ लोग इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं। रेलवे अधिकारी की बेटी का इलाज अभी जारी है। वह बेंगलुरु से लौटी थी। लेकिन, परिजन ने उसे घर में छिपा लिया था। उसके बाद डीएम ने रेलवे अधिकारी पर केस दर्ज कराया था।