उज्जैन ! उज्जैन में आज सिंहस्थ-2016 सिंहस्थ का आगाज हो गया। इस अवसर पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी, लाखों श्रद्धालुओं ने क्षिप्रा में आस्था की डुबकी लगाई। क्षिप्रा नदी में भोर से ही धर्म, आध्यात्म और आस्था का संगम देखते ही बनता था। अखाड़ों के संतों-महंतों, साधुओं का दौड़ते हुए क्षिप्रा में स्नान के लिए आना और अपनी अगाध आस्था प्रदर्शित करते हुए जयकारों के साथ सामूहिक स्नान का यह नजारा देखने वालों को सम्मोहित और अभिभूत कर रहा था। स्नान के लिए सभी अखाड़े अपने निर्धारित मार्गों से क्षिप्रा तट पर आए। शाही स्नान के लिए पुलिस और प्रशासन द्वारा सभी चाक-चौबंद और शानदार व्यवस्थाएँ की गई थी। जूना अखाड़े द्वारा सुबह 5.11 बजे दत्त अखाड़ा घाट में क्षिप्रा में शाही स्नान आरम्भ किया गया। इसके बाद अन्य अखाड़ों द्वारा स्नान किया गया। पहले शाही स्नान की सुबह सिंहस्थ के लिए तैयार किए गए क्षिप्रा के घाटों पर एक अलग ही रौनक थी। साधु-संतों के साथ-साथ श्रद्धालु स्नान के लिए आतुर थे। देखने वाले स्नान के इस विहंगम दृश्य को देखकर आल्हादित हो रहे थे। पंचदशनाम जूना अखाड़े के साधु-संतों ने सबसे पहले दत्त अखाड़ा घाट पर स्नान किया। शाही स्नान में श्री पंचायती आवाहन अखाड़ा और पंचायती अग्नि अखाड़ा, श्री तपोनिधि निरंजनी अखाड़ा, पंचायती आनंद अखाड़ा, श्रीपंचायती महानिर्वाणी अखाड़ा, श्री पंच अटल अखाड़ा, रामघाट पर निर्मोही अणि अखाड़ा, श्री दिगम्बर निर्वाणी अखाड़ा, निर्वाणी अणि अखाड़ा, दत्त अखाड़ा घाट पर श्री पंचायती बड़ा उदासीन अखाड़ा, पंचायती नवीन उदासीन अखाड़ा और निर्मल अखाड़े के साधु-संत शाही स्नान में शामिल हुए।