भोपाल ! संत आसाराम आश्रम के बाद अब ब्रह्माकुमारी आश्रम पर भी गंभीर आरोप लगने लगे हैं। छतरपुर की एक 26 वर्षीय दलित महिला ने ब्रह्माकुमारी आश्रम सिंगरौली और भोपाल में ब्रह्माकुमारों द्वारा बलात्कार करने तथा गर्भ ठहर जाने पर जबरन गर्भपात करा देने का आरोप लगाया है। महिला ने बताया 17 की उम्र में तलाश होने के बाद 2001 में वह शांति पाने के लिए छतरपुर ब्रह्मकुमारी आश्रम में आई जहां उसे भोपाल भेज दिया गया। लेकिन, युवती ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि उसके साथआश्रम में बलात्कार जैसी घटना भी घटित होगी। एसपी को लिखित शिकायती आवेदन में महिला ने कहा कि सिंगरौली और भोपाल के ब्रह्मकुमारी आश्रम में अलग-अलग युवकों द्वारा बलात्कार किया गया। शिकायत करने पर चोरी का आरोप लगाकर मुझे आश्रम से घर भेज दिया। अब ब्रह्मकुमारी आश्रम भोपाल की संचालिका अवधेश बहन द्वारा मुझ पर दबाव बनाया जा रहा है तथा जान से मारने की धमकी दी जा रही है। युवती ने एसपी को शिकायत सौंपने के साथ ही मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, सागर रेंज के आईजी, राय महिला आयोग, राय मानव अधिकार आयोग तथा अनुसूचित जनजाति आयोग को भी शिकायत की प्रतियां भेजकर न्याय की गुहार लगाई है।
टौरिया मुहल्ला निवासी ने अपना यौन शोषण किये जाने के साथ ही ब्रह्माकुमारी आश्रमों की विश्वनीयता पर भी सवाल खड़े किए हैं। शिकायत में महिला ने बताया कि उसने परिवार की आर्थिक स्थिति के चलते 2001 में छतरपुर के कुमारी ब्रह्माकुमारी आश्रम में आश्रय लिया था। यहां की संचालिका सेलजा बहन के सानिध्य में वह निवास करते हुए सेवा कार्य करती रही। इस बीच वर्ष 2004 में सेलजा बहन ने उसे भोपाल आश्रम भेज दिया था। यहां से वर्ष 2006 में उसे ग्वालियर आश्रम में आयोजित कार्यक्रम में ले जाया गया और तलाकशुदा होने के बावजूद मेरा समर्पण कराया गया। हालांकि उसने स्वीकार किया कि समर्पण में उसकी स्वीकृति थी। समर्पण के दो दिन बाद से ग्वालियर आश्रम से सिंगरौली आश्रम भेज दिया गया जहां वह 2010 तक रही। वर्ष 2010 में ही सिंगरौली आश्रम में ब्रह्माकुमार प्रसाद ने उसके साथ छेड़छाड़ की। छेड़छाड़ की शिकायत भोपाल आश्रम की संचालक अवधेश बहन से करने के बावजूद ब्रह्माकुमार प्रसाद ने रात में उसके कमरे में घुस कर दुष्कर्म किया।
नहीं की प्रबंधन ने मदद : महिला का आरोप है कि उसकी मदद करने के बजाय आश्रम प्रबंधन ने मुंह बंद रखने की हिदायत देकर धमकी तक दी। अवधेश बहन के सिंगरौली आने पर जब उसने अपने साथ घटना की जानकारी दी, तो वे उसे भोपाल आश्रम ले गई। लेकिन, आरोपी ब्रह्माकुमार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। भोपाल आश्रम में रहने के दौरान वर्ष 2012 में एक रात ब्रह्माकुमार ने उसके कमरे में ही उससे बलात्कार किया। अवधेश बहन से शिकायत करने पर उन्होंने आरोपी पर कार्रवाई करना तो दूर उल्टे उस पर ही चोरी का इल्जाम लगाकर भगा दिया। जिससे वह छतरपुर में अपने पिता के घर वापस लौट आई। शिकायत में कहा गया है कि दो माह बाद जब उसे पता चला कि वह गर्भ से हैं तो उसने यह बात अवधेश बहन को अवगत कराया। उन्होंने उसे सिंगरौली आश्रम में बुलाया। अवधेश बहन के कहने पर वह सिंगरौली आश्रत पहुंची, जहां से उसके साथ भोपाल आश्रम ले आई। वहां एक निजी अस्पताल में गर्भपात करा दिया गया। 6 माह बाद इसी साल उस पर दोबारा चोरी का इल्जाम लगाकर छतरपुर वापस भेज दिया। महिला का कहना है कि अवधेश बहन उसे जबरन सिंगरौली आश्रम बुलाना चाहती है और इसके लिये दबाव डाल रही है तथा जान से मारने की धमकी दे रही है। उसने शिकायत में बताया कि उसके घर पर छतरपुर आश्रम की सेवादार लक्ष्मी अहिरवार, उर्मिला अहिरवार, माया अहिरवार, लीला अहिरवार और चंदा अहिरवार आकर दबाव बना रही हैं। उसने अपने साथ न्याय की मांग करते हुये आश्रम में फंसी मजबूर बहनों की जिंदगी बचाने और आरोपियों की खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग उठाई है।