ग्वालियर। मध्यप्रदेष, उत्तरप्रदेष, राजस्थान व छतीसगढ के महानगरों में अबैध हथियारों की तस्करी करने वाले 4 बदमाषों को पुलिस ने गिरफ्तार कर उनके पास से 315 बोर के 18 कट्टे व 80 जिन्दा कारतूस जप्त किए हैं। पकडे गए बदमाषों का सरगना भागीरथ संखवार पिछले एक दषक से अबैध हथियारों की तस्करी कर रहा था।
एडीषनल एसपी अमृत मीणा ने आज यहां बताया कि पुलिस को मुखबिर के जरिए सूचना मिली थी कि उत्तरप्रदेष के इटावा जिले के हनुमंतपुरा के रास्ते मध्यप्रदेष के भिण्ड जिले के ऊमरी थाना क्षेत्र के पाण्डरी गांव होते हुए भारी मात्रा में अबैध हथियार व कारतूस आ रहे है। पुलिस ने मुखबिर के बताए गए रास्ते की नाकाबंदी की तो हथियारों का सौदागर मुरैना जिले के अम्बाह थाना क्षेत्र के ग्राम पूठ निवासी भागीरथ संखवार, छोटू पंडित, सूरज सिंह भदौरिया को पकड लिया। पुलिस ने इन तीनों के कब्जे से 18 कट्टे व 80 जिन्दा कारतूस जप्त किए है। पुलिस ने इन तीनों को कारतूस सप्लाई करने वाला एक आर्म्स दुकान पर काम करने वाला कौषल श्रीवास को भी पकडा है। कौषल श्रीवास आर्म्स दुकान से इन बदमाषों को अबैध रुप से कारतूस बेचता था।
एएसपी मीणा ने बताया कि अबैध हथियारों का सरगना भागीरथ संखवार की एटीएस (एंटी टेरेरिस्ट स्क्वॉड) को भी तलाष थी। इन तस्करों ने पूर्व में भिण्ड से छतीसगढ ले जाकर बडे हथियार भीेवेचे हैं। वे हथियार कौन से है इसका अभी खुलासा नहीं हुआ है पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है। पुलिस एक आर्म्स डीलर के यहां नौकरी करने वाला कौषल श्रीवास से भी पूछताछ कर रही है कि इसमें आर्म्स डीलर की क्या भूमिका है। भिण्ड जिले में अबैध हथियारों की खपत बहुत ज्यादा है।
एएसपी मीणा ने बताया कि पुलिस ने एक साल में बडी कार्यवाही की है, जिसमें 399 अबैध हथियार, 1099 कारतूस जप्त किए है, जिनमें 10 रायफल 315 बोर, 6 बंदूक 12 बोर, 365 कट्टे 315 बोर, 5 कट्टे 12 बोर, 13 पिस्टल पकडी है। भिण्ड में हथियार हत्या, लूट, डकैती, रंगदारी बसूलने के लिए के उपयोग किए जाते है।
पुलिस के मुताबिक भिण्ड जिला दस्यु प्रभावित रहा है। इस जिले की सीमा उत्तरप्रदेष के इटावा, आगरा व जालौन जिले से मिलने के कारण यहां उत्तरप्रदेष व मध्यप्रदेष के बदमाषों में आसानी से तालमेल हो जाता है हथियार और मादक पदार्थों की तस्करी भी आसानी से हो जाती है। पुलिस नाकाबंदी कर इन बदमाषों के मंसूवों पर काफी हद तक रोक लगाने का प्रयास करती है। बदमाषों के मंसूबे सफल न हो पाए इसके लिए पुलिस उत्तरप्रदेष के सीमावती थाना प्रभारियों के साथ समय-समय पर बैठक आयोजित कर संयुक्त रुप से इनको पकडने का अभियान भी चलाती है।