भिण्ड। मध्यप्रदेश के चंबल संभाग के भिण्ड जिले के मेहगांव विकास खण्ड के कुंवारी नदी के किनारे बीहड में बसे गांव सुकाण्ड में एक महिला ने स्कूल को दो बार जमीन दान देकर एक अनोखा उदाहरण पेश किया है। उक्त महिला ने स्कूल को ही नहीं बल्कि गांव में सडक बनाने के लिए भी जमीन दान दी है। महिला ने कहा कि यह तो जमीन है अगर उसकी जान भी किसी के काम आ जाए तो वह देने में कभी पीछे नहीं हटेंगी।
भिण्ड जिले के मेहगांव विकास खण्ड के गोरमी थाना क्षेत्र के ग्राम सुकाण्ड में 10 साल पहले जब मिडिल स्कूल मंजूर हुआ तो सरकारी जमीन की तलाश की गई लेकिन नहीं मिली तो स्कूल दूसरे गांव में खोलने की बात सामने आने पर गांव की महिला भूरी देवी जो जिला पंचायत की सदस्य भी रह चुकी है। आगे आकर अपनी एक बीघा जमीन दान कर दी जिस पर मिडिल स्कूल बना दिया गया। अब सरकार ने मिडिल स्कूल का उन्नयन कर उसे हाईस्कूल बना दिया। पर गांव में सरकारी जमीन नहीं थी। शिक्षा महकमे के अधिकारियों ने इसे दूसरे गांव में खोलने की तैयारी की तो महिला भूरी बाई ने अपनी डेढ बीघा जमीन फिर दान कर दी। अब गांव में हाईस्कूल की बिल्डिंग बनाई जाएगी। दान दी गई जमीन की बाजारु कीमत 20 लाख रुपए आंकी गई है। 10 साल में ढाई बीघा जमीन महिला ने दान देकर एक अनूठा उदाहरण पेश किया है।
15 साल पहले जिला पंचायत की सदस्य रही 68 वर्षीय श्रीमती भूरीदेवी बताती हैं कि उनका परिवार स्थानीय राजनीति में शुरु से रहा है। गांव में किसी भी तरह की विपदा आई मेरे पूरे परिवार ने सहयोग किया है। भूरीबाई कहती है मेरा खून और मेरी जान किसी के काम आ जाए तो यह मेरे लिए खुशी की बात होगी। उन्होंने बताया कि गांव में सडक बनना थी तो रास्ते में जिन किसानों की जमीन आ रही थी वो किसान अपनी जमीन देने को तैयार नहीं थे तब मेरे पति रामाधार ने 3 किलो मीटर सडक निर्माण के लिए 15 बिस्वा जमीन दान देकर सडक का निर्माण कराया था।
भूरीदेवी ने बताया कि वह गांव में स्कूल नहीं होने की वजह से नहीं पढ पाई उसका दंश वह आज भी झेल रही है। लेकिन उसके गांव के बच्चे बच्चियां अनपढ न रह जाए इसलिए वह उनके भविष्य के लिए सब कुछ कर रही है।