भोपाल। प्रदेश विधानसभा के नए अध्यक्ष देवतालाब विधायक गिरीश गौतम होंगे। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व से हरी झंडी मिलने के बाद आज उन्होंने विधानसभा पहुंचकर अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल कर दिया। उधर विधानसभा उपाध्यक्ष के लिए एससी विधायक को पद दिए जाने की चर्चा है और नरयावली विधायक प्रदीप लारिया को उपाध्यक्ष पद मिल सकता है। 17 साल पहले 2003 के विधानसभा चुनाव में दस साल तक विधानसभा अध्यक्ष रहे श्रीनिवास तिवारी को हराने वाले देवतालाब विधायक गिरीश गौतम कल विधानसभा सत्र की शुरुआत होने के बाद अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभालेंगे।
विधानसभा में आज उनके द्वारा प्रमुख सचिव एपी सिंह के समक्ष अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किए जाने के बाद उनका अध्यक्ष बनना तय हो गया है। वे लगातार चार बार से विधायक हैं। उन्होंने मनगवां विधानसभा से श्रीनिवास तिवारी को हराकर 2003 में पहली जीत दर्ज की थी। इसके बाद 2008 में मनगवां विधानसभा सीट आरक्षित हो गई और वे देवतालाब विधानसभा से चुनाव जीतते आ रहे हैं।
इधर कांग्रेस नेता गोविंद सिंह ने बताया है कि विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए गिरीश गौतम के खिलाफ कोई उम्मीदवार नहीं उतारा जाएगा। इसके बदले में भाजपा से उपाध्यक्ष पद कांग्रेस को दिए जाने की मांग की जाए। यदि उपाध्यक्ष का पद नहीं दिया तो कांग्रेस अपना उम्मीदवार उतार सकती है। कांग्रेस के पास 96 विधायक हैं, जबकि भाजपा के पास 126 विधायक है। ऐसे में यह साफ है कि कांग्रेस चुनाव के बल पर विधानसभा में दोनों पद नहीं पा सकती।
विधानसभा में अध्यक्ष पद के लिए गौतम के नामांकन दाखिल करते वक्त मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा, सहकारिता मंत्री अरविन्द भदौरिया, खनिज मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीतासरन शर्मा, पूर्व मंत्री व विधायक राजेंद्र शुक्ल, रामपाल सिंह, कृष्णा गौर, दिव्यराज सिंह, सुरेंद्र पटवा समेत अन्य मौजूद थे।
विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए गिरीश गौतम के नामांकन दाखिल करते वक्त उनके प्रस्तावक के रूप में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, मंत्री विश्वास सारंग, बृजेंद्र प्रताप सिंह, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीतासरन शर्मा, विधायक नागेंद्र सिंह, रामपाल सिंह, पंचूलाल प्रजापति, दिव्यराज सिंह, प्रदीप पटेल ने हस्ताक्षर किए हैं जबकि समर्थक के रूप में मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा, अरविन्द भदौरिया, पूर्व मंत्री विधायक राजेंद्र शुक्ल, विधायक विष्णु खत्री, कृष्णा गौर, राजवर्धन सिंह, रघुनाथ सिंह मालवीय, सुरेंद्र पटवा और लीना संजय जैन ने सहमति दी है।