सीहोर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीहोर जिले की नसरूल्लागंज तहसील के ग्राम लाड़कुई में वनवासी सम्मेलन में आदिवासियों को 55 लाख 90 हजार से अधिक राशि के तेंदूपत्ता बोनस का वितरण किया। उन्होंने किसानों को वन अधिकार-पत्र और खसरे की निःशुल्क प्रमाणित प्रति का भी वितरण किया। मुख्यमंत्री ने गाँव के विकास और लाभार्थी हितग्राहियों की सम्पूर्ण जानकारी सहित अपडेट पुस्तिका ”विकास दर्पण” का वन ग्रामों के सरपंचों को वितरण किया। श्री चौहान ने ग्राम लाड़कुई में अगले शिक्षा सत्र से कॉलेज प्रारंभ करने, बेटियों के लिए छात्रावास तथा ग्रामीणों की सुविधा के लिए मंागलिक भवन निर्माण की घोषणा की।
श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश को देश का अग्रणी राज्य बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन, पंच परमेश्वर, मुख्यमंत्री कन्यादान और लाड़ली लक्ष्मी योजना सहित अनेक कल्याणकारी योजनाएँ सरकार ने शुरू की हैं। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं का लाभ प्रदेशवासियों को मिल रहा है।
लेपटॉप मिलेगा
मुख्यमंत्री ने बच्चों की शिक्षा को सबसे ज्यादा जरूरी बताते हुए कहा कि स्कूली बच्चों की पढ़ाई के लिए सरकार हरसंभव मदद मुहैया करवाएगी। उन्होंने कहा कि बारहवीं कक्षा में 85 प्रतिशत अंक लाने वाले विद्यार्थियों को लेपटॉप दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि स्कूली बच्चों को निःशुल्क पाठय-पुस्तकें, गणवेश तथा सायकल उपलब्ध करवाई जा रही हैं। सरकार निर्धन एवं कमजोर वर्ग के बच्चों को बेहतर शिक्षा दिलाने के लिए कृत-संकल्पित है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री मजदूर सुरक्षा योजना में पहली कक्षा के बच्चों को छात्रवृत्ति प्रदान की जा रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि खेती को लाभ का व्यवसाय बनाने के लिए प्रदेश सरकार किसानों को बगैर किसी ब्याज पर ऋण मुहैया करवा रही है।
आदिम-जाति कल्याण एवं सीहोर जिला प्रभारी मंत्री श्री कुँवर विजय शाह ने आदिवासियों के कल्याण के लिए प्रदेश सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी दी। सम्मेलन में 4,583 हितग्राहियों को तेन्दूपत्ता बोनस का वितरण किया। इसके अलावा 3,560 आदिवासी किसानों को वन अधिकार-पत्र प्रदान किए गए।
समारोह में अध्यक्ष राज्य वन विकास निगम श्री गुरू प्रसाद शर्मा, अध्यक्ष हाउसिंग बोर्ड श्री रामपाल सिंह, अध्यक्ष वेयरहाउसिंग कार्पोरेशन श्री राजेन्द्र सिंह राजपूत, अध्यक्ष गौ-संवर्धन बोर्ड श्री शिव चौबे, अध्यक्ष मार्कफेड श्री रमाकांत भार्गव, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री धर्मेन्द्र सिंह चौहान सहित बड़ी संख्या में जन-प्रतिनिधि और ग्रामीण मौजूद थे।