द हेग ! क्योसेरा स्टेडियम में रविवार को हुए एफआईएच हॉकी विश्व कप-2014 के फाइनल मुकाबले में मेजबान नीदरलैंड्स को 6-1 से करारी मात देकर आस्ट्रेलिया ने खिताबी जीत हासिल कर ली। आस्ट्रेलिया का यह तीसरा विश्व कप खिताब है। नीदरलैंड्स ने तेज शुरुआत करते हुए 14वें मिनट में गोल कर 1-0 की बढ़त बना ली, लेकिन इसके बाद आस्ट्रेलिया की तेज तर्रार टीम के आगे वे बेबस नजर आए और दूसरा गोल नहीं कर सके। नीदरलैंड्स के लिए यह गोल जेरोन हट्र्जबर्गर ने फील्ड गोल के जरिए किया।
नीदरलैंड्स यह बढ़त सिर्फ छह मिनट तक कायम रख सका। मैच के 20वें मिनट में मिले पेनाल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील कर क्रिस सिरिएलो ने आस्ट्रेलिया को 1-1 की बराबरी पर ला दिया।
इसके बाद आस्ट्रेलियाई टीम ने आक्रमण को तेज करते हुए नीदरलैंड्स पर दनादन गोलों की जैसे वर्षा कर दी। क्लेरान गोवर्स ने 24वें मिनट में फील्ड गोल के जरिए आस्ट्रेलिया को 2-1 की बढ़त दिला दी, जिसे ग्लेन टर्नर ने 37वें मिनट में 3-1 कर दिया।
आस्ट्रेलिया के लिए पहला गोल करने वाले सिरिएलो ने इसके बाद 47वें और 53वें मिनट में लगातार दो और गोल किए तथा आस्ट्रेलिया की बढ़त को 5-1 तक पहुंचा दिया। सिरिएलो ने यह दोनों गोल भी पेनाल्टी कॉर्नर के जरिए किए।
मैच का आखिरी गोल जेमी डावर ने 64वें मिनट में किया। यह एक फील्ड गोल था।
आस्ट्रेलिया विश्व कप के इतिहास में खिताब का बचाव करने वाली तीसरी टीम बन गई। इससे पहले पाकिस्तान 1982 में तथा जर्मनी 2006 में खिताब का बचाव करने में कामयाब रहे थे।
आस्ट्रेलिया सर्वाधिक विश्व कप जीतने के मामले में नीदरलैंड्स के साथ संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर पहुंच गया। विश्व कप में सर्वाधिक चार बार खिताबी जीत का रिकॉर्ड पाकिस्तान के नाम है।

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