उत्तरप्रदेश के हाथरस में युवती के साथ दुष्कर्म और पीड़िता की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और उत्तर प्रदेश कांगेस प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने हाथरस जाने की कोशिश की तो पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक दिया। इसके बाद दोनों नेता पैदल रवाना हो गए। राहुल के साथ पुलिस ने धक्कामुक्की भी की। वहीं प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया कि हाथरस जाने से हमें रोका। राहुल जी के साथ हम सब पैदल निकले तो बारबार हमें रोका गया, बर्बर ढंग से लाठियां चलाईं। कई कार्यकर्ता घायल हैं। मगर हमारा इरादा पक्का है। एक अहंकारी सरकार की लाठियाँ हमें रोक नहीं सकतीं। काश यही लाठियाँ, यही पुलिस हाथरस की दलित बेटी की रक्षा में खड़ी होती।
इससे पहले बलरामपुर से हैवानियत की खबर आ गई। यहां कॉलेज के लिए घर से निकली 22 साल की युवती के साथ दरिंदगी की गई। घटनाक्रम गैंसड़ी क्षेत्र का है। खबर है कि रेप के दौरान छात्रा की कमर और पैर तोड़ दिए थे। अस्लताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई। शुरुआती जांच में पुलिस को पता चला है कि 22 वर्षीय छात्र सुबह 10 बजे बिमला विक्रम कॉलेज में बीकॉम प्रथम वर्ष में दाखिला कराने गई थी। रात करीब पौने आठ बजे बेटी विक्षिप्त हालत में घर पहुंची। मां ने दिनभर सम्पर्क करने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं हो सकी। बाद में उसकी मौत हो गई।
वहीं हाथरस केस में दुष्कर्म पीड़िता का अंतिम संस्कार रात में ही कर देने के विरोध में जिले में बुधवार को दिनभर बवाल मचा रहा। गुस्साया वाल्मीकि समाज सड़कों पर उतर आया। बाजार बंद करा दिए। जुलूस रोकने पर पुलिस पर पथराव किया। आधा दर्जन वाहन क्षतिग्रस्त कर दिए। बाइक फूंक दीं। प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच कई बार झड़पें हुईं। करीब एक घंटे तक चले इस उपद्रव के दौरान पूरे शहर में दहशत व्याप्त रही। पुलिस ने लाठीचार्ज कर प्रदर्शनकारियों को खदेड़कर हालात काबू में किए। जिले की सीमाएं सील कर दी गई हैं।
वारदात को लेकर हर तरफ जबर्दस्त आक्रोश है। गुरुवार को भी हाईवे जाम किया गया। विपक्ष भी सड़कों पर उतर आया है। पुलिस की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं। इस बीच पीड़िता के पिता से मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिये बात की। पिता ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की तो योगी ने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिलाया।