यमुना नदी का जलस्तर सोमवार शाम 5 बजे खतरे के निशान 205.33 को पार कर गया। हरियाणा से लगातार छोड़े जा रहे पानी के चलते पानी का स्तर लगातार बढ़ रहा है। अगले दो दिन दिल्ली पर भारी हैं। यमुना के तेजी से बढ़ते जलस्तर को देखते हुए दिल्ली सरकार भी अलर्ट मोड में आ गई है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार दोपहर आपात बैठकर बुलाकर स्थिति से निपटने की तैयारियों का जायजा लिया।

रविवार शाम 5 बजे यमुना का जलस्तर 203.37 मीटर था। यही वह समय था जब हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से एक साथ 8.28 लाख पानी छोड़ा गया। ठीक 24 घंटे बाद सोमवार को शाम 5 बजे यमुना का जलस्तर 205.36 मीटर दर्ज किया गया जो कि खतरे के निशान 205.33 मीटर से 0.3 मीटर ऊपर बह रहा था। सरकार का कहना है कि आठ लाख क्यूसेक पानी सोमवार शाम 6 बजे से दिल्ली पहुंचना शुरू हो गया है। यह पानी 26 से 36 घंटे के भीतर दिल्ली पहुंचेगा। ऐसे में अगले 48 घंटे में यमुना का जलस्तर 207 को पार कर जाने की संभावना है।

टूट सकता है रिकॉर्ड : वर्ष 2013 में हरियाणा से जब एक साथ 8.06 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। तब यमुना का अधिकतम जलस्तर 207.32 मीटर तक पहुंच गया था। यह 1978 के बाद (तब 207.43 मीटर था) दूसरा मौका था जब यमुना का जलस्तर दूसरी बार रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा था। रविवार को हरियाणा ने 8.28 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा है। लगातार दो घंटे में दो बार आठ लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया। इसके चलते अंदाजा लगाया जा रहा है कि 1978 में रिकॉर्ड जलस्तर भी इस बार टूट सकता है।

गोताखोर और नाव तैयार : अगले दो दिन यमुना के जलस्तर में रिकॉर्ड बढ़ोतरी की आशंका को देखते हुए सरकार भी अलर्ट मोड में आ गई है। सभी विभागों को अलर्ट मोड में डालने के बाद यमुना के तटबंध को खाली कराने का काम शुरू कर दिया गया है। उन्हें अस्थायी रूप से बनाए गए टेंट में शिफ्ट किया जा रहा है। इसके अलावा 27 से अधिक गोताखोरों की टीम तैनात की गई है। 30 बोट पर लगातार यमुना के तटबंध इलाकों में पेट्रोलिंग की जा रही है। टेंट में रह रहे लोगों के लिए पानी, बिजली और खाने की व्यवस्था की जा रही है।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, “हथिनी कुंड बैराज से अधिक मात्रा में पानी छोड़े जाने से बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। अगले दो दिन हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। सरकार ने सभी जरूरी उपाय कर लिए है। सभी विभागों को भी अलर्ट रहने के लिए कहा गया है। यमुना तटबंध में रह रहे लोगों को खाली कराया जा रहा है। सरकार ने कंट्रोल रूम व हेल्पलाइन नंबर भी जारी कर दिया है। किसी भी तरह की परेशानी होने पर या फंसे होने पर लोग वहां से मदद ले सकते है।”

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