भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि स्वास्थ्य हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। आज मध्यप्रदेश विकास दर के क्षेत्र में देश का प्रथम राज्य है। मध्यप्रदेश को स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में भी देश का अव्वल राज्य बनायेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज यहाँ स्वास्थ्य विभाग के दो महत्वाकांक्षी ममता अभियान और आस्था अभियान के शुभारंभ समारोह में संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा और स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्री महेन्द्र हार्डिया भी उपस्थित थे।
श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में अधोसंरचना विकास, कृषि, ऊर्जा और उद्योग के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की गयी हैं। ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना में प्रदेश की विकास दर 10.2 प्रतिशत है जो राष्ट्रीय विकास दर की पौने दो गुना है। गत वर्ष प्रदेश में 18.91 प्रतिशत ऐतिहासिक कृषि विकास दर प्राप्त की है। अब स्वास्थ्य हमारी प्राथमिकता का क्षेत्र है। मातृ-शिशु मृत्यु दर को कम करने और कुपोषण के कलंक को मिटाने की चुनौती हमारे सामने है। इसे जन आंदोलन का रूप देना होगा। उन्होंने कहा कि शासकीय अस्पतालों में ऐसी व्यवस्थाएं की जाये कि वहां आने वाले गरीब मरीजों को हर तरह के उपचार की सुविधा मिले। स्वास्थ्य के परिदृश्य को बदलने के लिये सब मिलकर काम करें।
कार्यक्रम में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने ममता अभियान तथा आस्था अभियान के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अगले एक साल तक चलने वाले ममता अभियान के माध्यम से पूरे प्रदेश में माताओं और बच्चों को विशेष स्वास्थ्य सुविधायें देकर मातृ और शिशु मृत्यु दर में कमी लायी जायेगी तथा आस्था अभियान के तहत कुष्ठ और टी.बी. के सभी मरीजों का निःशुल्क उपचार किया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कार्यक्रम में ममता तथा आस्था अभियान पर केन्द्रित पुस्तक तथा जननी एक्सप्रेस की ऑनलाइन मानीटरिंग के लिये तैयार किये गये सॉफ्टवेयर का लोकार्पण किया। कार्यक्रम में सचिव स्वास्थ्य श्रीमती सूरज डामोर, आयुक्त स्वास्थ्य श्री पंकज अग्रवाल, मिशन संचालक एन.एच.आर.एम. सुश्री एम.गीता, संचालक स्वास्थ्य डॉ. संजय गोयल सहित प्रदेश के सभी जिलों से आये चिकित्सक मौजूद थे।