नई दिल्ली ! दिल्ली पुलिस द्वारा बुधवार की देर रात इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के वर्तमान संस्करण में स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में गिरफ्तार राजस्थान रॉयल्स के तीन खिलाड़ियों में तेज गेंदबाज शांताकुमारन श्रीसंत तथा अंकित चौहान ने शुक्रवार को दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा की पूछताछ में अपने ऊपर लगे आरोप कुबूल लिए हैं। गिरफ्तार तीसरे खिलाड़ी अजीत चंदेला ने हालांकि आरोपों को मानने से इंकार किया है।
दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, “श्रीसंत ने अपने ऊपर लगे तमाम आरोप स्वीकार कर लिए हैं।” ज्ञात हो कि श्रीसंत से पहले चव्हाण ने अपने ऊपर लगे आरोप स्वीकार कर लिए थे।
दिल्ली पुलिस के अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, “जब हमने उनसे (चव्हाण) पूछताछ की तो वह रो पड़े। उन्होंने स्वीकार किया कि उन्होंने गलती की है। उन्होंने स्पॉट फिक्सिंग में अपना हाथ होना स्वीकार कर लिया है।”
दूसरी तरफ, चव्हाण के परिजन उन्हें निर्दोष मान रहें हैं तथा उनके वकील ने दावा किया है कि वह निर्दोष हैं।
चव्हाण के भाई ने पत्रकारों से कहा, “सभी जानते हैं कि छोटी मछली को मारना आसान होता है। इस मामले में भी ऐसा ही हुआ है। हमें पता है कि वह बेकसूर है। उसने बहुत संघर्ष किया है।”
चव्हाण की स्वीकारोक्ति के बारे में श्रीसंत के वकील दीपक प्रकाश से पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “उन्हें अदालत के समक्ष आरोप स्वीकार करना होगा। पुलिस कुछ भी कह सकती है, इसका कोई महत्व नहीं हैं।”
गिरफ्तार किए गए तीसरे खिलाड़ी अजीत चंदेला ने हालांकि अब तक आरोप स्वीकार नहीं किए हैं। चंदेला के वकील राकेश कुमार ने कहा है कि उनके मुवक्किल को जानबूझ कर फंसाया गया है।
कुमार ने कहा, “वह बेकसूर हैं, उनके खिलाफ कोई सुबूत नहीं है। यह पुलिस द्वारा गढ़ी गई कहानी है। यह सब एक षड्यंत्र है।”
पुलिस सूत्रों ने बाद में यह जानकारी दी कि चंदेला ने स्पॉट फिक्सिंग में दो अन्य खिलाड़ियों को शामिल करने की कोशिश करने की बात कुबूली है।
पुलिस सूत्रों ने आईएएनएस को बताया, “पूछताछ के दौरान चंदेला ने पुलिस को बताया कि वह छह अप्रैल को सटोरियों से मानेसर के ‘कंट्री क्लब’ में मिले थे। मुलाकात में सटोरियों ने चंदेला से स्पॉट फिक्सिंग के लिए और खिलाड़ियों को शामिल करने की बात कही थी। चंदेला ने सटोरियों को दो खिलाड़ियों के नाम दिए और सटोरियों ने चंदेला से दोनों खिलाड़ियों को एक पार्टी में बुलाने के लिए कहा, जहां वह सौदे का बारे में बात करने वाले थे।”
दिल्ली पुलिस ने इस मामले में गुरुवार को 11 सटोरियों को भी गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार किए जाने के अगले दिन गुरुवार को तीनों खिलाड़ियों सहित सभी सटोरियों को दिल्ली की एक अदालत ने पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।
पुलिस हिरासत में तीनों क्रिकेटरों से दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा के उच्च पदस्थ अधिकारियों ने शुक्रवार को पूछताछ की।
एक पुलिस सूत्र के अनुसार, सट्टेबाज जीजू जनार्दनन ने श्रीसंत से सीधे सम्पर्क किया और स्पॉट फिक्सिंग में शामिल होने की बात कही। जीजू क्रिकेट खिलाड़ी रह चुका है और श्रीसंत का दूर का चचेरा भाई है।
आईपीएल-6 में स्पॉट फिक्सिंग के इस मामले में शुक्रवार को तमिलनाडु पुलिस ने भी चेन्नई से छह सटोरियों और उनके साथ 14 लाख रुपये नकद तथा लैपटॉप, कम्प्यूटर्स और उनके फोन विवरण बरामद किए।
इस बीच गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने दिल्ली पुलिस को जांच के लिए शाबाशी दी है।
आईपीएल के इस ताजा विवाद के तार भारत से बाहर आस्ट्रेलियाई क्रिकेट खिलाड़ी शॉन टेट और मुम्बई अंडरवर्ल्ड भी जुड़े होने की बातें सामने आईं।
बीसीसीआई तथा दिल्ली पुलिस ने हालांकि साफ कर दिया है कि राजस्थान रॉयल्स से जुड़े उसके खिलाड़ी शॉन टेट इस मामले में दिल्ली पुलिस की जांच के दायरे में नहीं हैं।
पुलिस ने कहा है कि जांच के दौरान इस मामले में मुम्बई अंडरवर्ल्ड का हाथ होने के संकेत भी मिले हैं।