ग्वालियर राष्ट्रीय वन्य-प्राणी बोर्ड द्वारा सोन चिरैया अभयारण्य के पश्चिमी ग्वालियर बायपास मार्ग की अनुमति दे दी गई है। इससे ग्वालियर शहर से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-तीन में 29.5 किलोमीटर लम्बा बायपास मार्ग बन सकेगा। इससे जहाँ एक ओर लगभग 30 किलोमीटर की दूरी कम होगी वहीं सड़क दुर्घटनाओं और यातायात जाम जैसी समस्याओं से निजात मिलेगी।
कमिश्नर एवं विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण (साडा) ग्वालियर के अध्यक्ष श्री के.के. खरे ने बताया कि अभयारण्य के अंतर्गत पश्चिमी ग्वालियर बायपास मार्ग की अनुमति के लिये साडा द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव पर राष्ट्रीय वन्य-प्राणी बोर्ड द्वारा अनुमति दे दी गई है। सोन चिरैया अभयारण्य में पहली बार किसी निर्माण की अनुमति मिली है। प्रस्तावित पश्चिमी बायपास की लम्बाई 29.5 किलोमीटर तथा चौड़ाई 30 मीटर है। वर्तमान में साडा द्वारा निर्मित 16.20 किलोमीटर दो लेन बायपास है।
सोन चिरैया अभयारण्य के बायपास की लम्बाई 13.30 किलोमीटर एवं वनभूमि क्षेत्र में अंतर्गत बायपास की लम्बाई 2.79 किलोमीटर तथा राजस्व एवं निजी भूमि क्षेत्र में बायपास की लम्बाई 10.54 किलोमीटर होगी। अभयारण्य में वन भूमि 8.370 हेक्टेयर तथा राजस्व एवं निजी भूमि 31.630 हेक्टेयर है। सोन चिरैया अभयारण्य में कुल भूमि 40 हेक्टेयर है। प्रस्तावित बायपास की कुल अनुमानित लागत 60 करोड़ रुपये है।
इस बायपास के निर्माण से एनएच-3 की लम्बाई 30 किलोमीटर कम हो जायेगी। इससे समय एवं ईंधन की बचत होगी। दुर्घटनाओं में कमी आयेगी तथा ट्रेफिक जाम की समस्या का निदान होगा।