अजमेर [राजस्थान] ! प्रसिद्ध सामाजिक कार्यर्कता अन्ना हजारे ने दोहराया है कि जब तक केन्द्रीय जांच ब्यूरो..सीबीआई..पर सरकारी शिकंजा रहेगा तब तक देश मे भ्रष्टाचार का बोल बाला जारी रहेगा।
अपनी जनतंत्र यात्रा के तहत आज यहां पहुंचे श्री हजारे ने पत्रकारो के सीबीआई. को सरकारी तोता की संज्ञा देने संबंधी न्यायालय की टिप्पणी पर कहा कि उनकी प्रारंभ से ही यह मांग रही है कि जांच एजेसी को सरकारी चंगुल से मुक्त किया जाना चाहिये। उन्होने कहा कि उच्चतम न्यायालय के निर्णय से साबित हो गया है कि उनके द्वारा जन लोकपाल विधेयक के लिये किया गया संघर्ष सही था और पक्ष विपक्ष दोनो ने न. न केवल उन्हे बल्कि देश की जनता के साथ धोखा किया।
भ्रष्टाचार के मुद्दे पर र्कनाटक मे हुये सत्ता परिवर्तन पर उन्होने कहा कि सत्ता बदलने से देश मे परिवर्तन नहीं हो सकता। सत्ता मे आने वाला पक्ष विपक्ष एक जैसा ही है। भ्रष्टाचार के मामले मे सभी राजनीतिक दल एक जैसे है।
व्यवस्था परिवर्तन की मुहिम मे उनके साथ के लोगो की राजनीतिक महत्वाकांक्षा के कारण अलग होने संबंधी एक प्रश्न पर श्री हजारे ने कहा…मै शुरु से ही अकेला चला था और आगे भी अकेला ही चलता रहूंगा। जब तक देश मे सही मायने मे लोकतंत्र स्थापित नहीं होता तब तक उनका अभियान जारी रहेगा।
पाकिस्तान द्वारा सीमा पर सैनिको के सिर काट कर ले जाने और चीन का भारतीय सीमा मे अतिक्रमण के संबंध मे पूछे गये सवाल पर श्री हजारे ने कहा ..हमारी सेना पडोसी मुल्को का जवाब देने के लिये हर तरह से सक्षम है लेकिन राजनेताओ की मानसिक ता के कारण स्थिति विकट होती जा रही है।..
देश मे समस्याओ के समाधान के लिये लोकतंत्र व्यवस्था को लागू करने पर जोर देते हुये उन्होने जनता से अपील की कि वे शहीद भगत सिंह.राजगुरु जैसे लोगो की कुर्बानी को नहीं भूले और इसके लिये संघर्ष करते रहे।
उन्होने वर्तमान मे सत्ता पर समूहो के गठजोड और बहुलता को संविधान के खिलाफ बताते हुये कहा कि संविधान ने समूह को चुनाव की इजाजत नहीं है लेकिन सत्ता की होड मेंपक्ष विपक्ष इसके पिछलग्गू बने हुये है और इसमे चुनाव आयोग भी उनको सहयोग कर रहा है।
बाद मे श्री हजारे सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह मे जियारत की और पुष्कर मे ब्र्रह्माजी के र्दशन किये। इस जनयात्रा मे पूर्व सेंनाध्यक्ष जनरल वी.के.सिंह और वरिष्ठ पत्रकार संतोष भारती भी मौजूद थे।