भोपाल. ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ते ही उनके समर्थक भी बगावत पर उतर आए हैं। बड़े पैमाने पर सिंधिया समर्थकों ने अपने पदों से इस्तीफे देने शुरू कर दिए हैं। अब तक सिर्फ विधायक और मंत्री ही नहीं, पार्टी के जिला अध्यक्ष और महासचिव से लेकर अन्य पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं के इस्तीफे भी सामने आ चुके हैं। अशोकनगर में सिंधिया समर्थकों ने सामूहिक रूप से इस्तीफे सौंपे हैं।
इंदौर कांग्रेस में भी बगावत शुरू हो गई है। इंदौर शहर कांग्रेस अध्यक्ष प्रमोद टंडन ने कांग्रेस छोड़ दी है। वह पिछले डेढ़ साल से पार्टी से नाराज चल रहे थे और कई बार उपेक्षा का भी आरोप लगा चुके थे। इंदौर शहर कांग्रेस के प्रमुख और कांग्रेस के प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने भी कांग्रेस से किनारा कर लिया है।
शिवपुरी में प्रदेश कांग्रेस महासचिव हरवीर सिंह ने भी पार्टी का साथ छोड़ दिया है। उनके अलावा प्रदेश कांग्रेस सचिव राकेश जैन अमोल, विजय शर्मा, शहर कांग्रेस अध्यक्ष सिद्धांत लड़ा ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया है।
सिंधिया का इस्तीफा होते ही अशोकनगर में बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और पदाधिकारी पार्टी दफ्तर पहुंचे। सिंधिया के समर्थन में दर्जनों पदाधिकारियों ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया। शिवपुरी-कोलारस से कांग्रेस के पूर्व विधायक महेंद्र यादव ने भी कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद शिवपुरी के कांग्रेस कार्यकारी जिला अध्यक्ष राकेश गुप्ता ने भी कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने में देर नहीं की।
ग्वालियर में प्रवीण अग्रवाल ने भी कांग्रेस मप्र उद्योग व्यापार प्रकोष्ठ के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष और ग्वालियर व्यापार मेला प्रधिकरण के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने लिखा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया मेरे नेता हैं और मैं उनके साथ हूं। यह इस्तीफा लिखित में मुख्यमंत्री माननीय कमलनाथ जी को भेज रहा हूं।
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उज्जैन से कांग्रेस प्रत्याशी रहे और ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक राजेंद्र भारती ने भी कांग्रेस का दामन छोड़ दिया है। भोपाल जिला कार्यकारी अध्यक्ष कृष्णा घाडगे ने अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस छोड़ दी है।