पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं ग्वालियर-चंबल संभाग के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को जल्द ही प्रदेश की कमान मिलेगी। इसके लिए हाईकमान ने भी अब अपना मन बना लिया है। वहीं लहार भिंड में हुई एकता रैली से भी संदेश निकलकर गया है कि सिंधिया के हाथों में प्रदेश की कमान सौंपी जाएगी तो २०१८ के चुनावों में कांग्रेस की वापसी हो सकती है।
राजनैतिक पंडितों का मानना है कि प्रदेश में यदि सिंधिया को कमान सौंपी जाती है तो कांग्रेस के पक्ष में परिणाम आने की संभावना बढ सकती है। उधर सूत्र यह भी बताते हैं कि सिंधिया ने भी अपने व्यवहार में परिवर्तन किया है और अब वह कांग्रेस कार्यकर्ताओं के घर पर भी जा रहे हैं। इससे लगता है कि सिंधिया को प्रदेश की कमान जल्द सौंपी जा सकती है। वहीं किसान आंदोलन में सिंधिया जिस प्रकार से उभर कर आए और उन्होंने ७२ घंटे के अनशन पर बैठने के बाद प्रदेश में सिंधिया युवाओं किसानों के नेता बनकर उभरे हैं। वहीं लहार के बाद सिंधिया ने चुरहट में भी किसान सम्मेलन में भाग लिया। अब देखना है कि सिंधिया को कब तक हाई कमान प्रदेश की