नई दिल्ली। सीबीआई ने डेरा सच्चा सौदा के सिरसा आश्रम में साधुओं को नपुंसक बनाने के मामले में गुरमीत राम रहीम और दो डॉक्टरों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है। सीबीआई ने पंचकूला में स्पेशल ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट के कोर्ट में गुरमीत सिंह राम रहीम और उसके डेरे में रहने वाले दो डॉक्टर पंकज गर्ग और एम पी सिंह के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के निर्देश पर डेरा सच्चा सौदा में 400 से ज्यादा साधुओं को नपुंसक बनाने के मामले की जांच सीबीआई कर रही है। डेरा में साधु रहे हंसराज ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर जबरन नपुंसक बनाने के मामले में जांच की मांग की थी।

2012 को हाईकोर्ट में दायर की थी याचिका
डेरा सच्चा सौदा में साधु रहे हंसराज चौहान ने 17 जुलाई 2012 को हाईकोर्ट में याचिका दायर कर राम रहीम पर 400 साधुओं को नपुंसक बनाए जाने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि डेरा प्रमुख के इशारे पर डेरा अस्पताल के डॉक्टरों की टीम साधुओं को नपुंसक बनाती हैं। उन्होंने 166 साधुओं का नाम भी कोर्ट को दिए थे। हंसराज ने कहा था कि राम रहीम के आश्रम में प्रार्थना के बाद नशे का कैप्सूल दिया जाता था और फिर उन्हें नपुंसक बना दिया जाता था। मामले की जांच को लेकर कुछ दिन पहले ही सीबीआई की टीम डेरे प्रमुख गुरमीत राम रहीम के पूर्व ड्राइवर खट्टा सिंह को लेकर डेरा हेडक्वाटर में जांच करने के लिए पहुंची थी।

20 साल की सजा काट रहा है राम रहीम

20 साल की सजा काट रहा है राम रहीम
दो साध्वियों से बलात्कार के मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद राम रहीम 20 साल की सजा काट रहा है। गुरमीत राम रहीम इस समय सुनारिया जेल में बंद है। वहीं उसके खिलाफ साधुओं को नपुंसक बनाने के मामले में भी चार्जशीट हो चुकी है। इसके अलावा राम रहीम के खिलाफ पत्रकार छत्रपति और रंजीत की हत्या का मामला भी चल रहा है। रंजीत हत्याकांड में इस समय सुनवाई चल रही है और जल्दी ही इसमें फैसला आने की उम्मीद है।

राम रहीम पर हत्या के भी दो मामले

राम रहीम पर हत्या के भी दो मामले
गुरमीत राम रहीम पर हत्या के दो मामले इस समय चल रहे हैं। पहला सिरसा के पत्रकार रामचंद्र छत्रपति का है। छत्रपति अपने अखबार ‘पूरा सच’ में अक्सर डेरा सच्चा सौदा में हो रहे अन्याय और अत्याचार के बारे में लिख रहे थे। ‘पूरा सच’ अखबार ने ही साध्वी का वो खत छापा था जिसमें सिरसा स्थित डेरा मुख्यालय में महिलाओं का यौन उत्पीड़न की बात लिखी गई थी। उन्हें अक्तूबर 2002 में उन्हें गोली मार दी गई थी। हत्या के पीछे राम रहीम को बताया गया।

दूसरा मामला डेरा प्रबंध समिति के सदस्य रहे रंजीत सिंह की हत्या का है। रंजीत को राम रहीम के काले कारनामे के बारे में जानकारी थी। रंजीत सिंह ने साध्वी का खत डेरे से बाहर पहुंचाने में मदद की थी, उसकी हत्या 10 जुलाई 2002 को हुई थी। इन दोनों मामलों में गुरमीत राम रहीम को मुख्य साजिशकर्ता के तौर पर सीबीआई ने नामजद किया है।

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