भोपाल। बेटी का घर विदेश में बसाने के लिए भारतीय माता-पिता एनआरआई दूल्हा पसंद करते हैं। इसके लिए वे शादी में लाखों रुपए पानी की तरह भी बहाते हैं, लेकिन शादी के बाद उनका और बेटी का सपना टूट रहा है। महिला आयोग में हर माह में 4 से 5 मामले ऐसे आ रहे हैं जिनमें एनआरआई दूल्हे शादी के बाद पत्नी को दहेज के लिए प्रताड़ित करते हैं या किसी और युवती से संबंध रख पत्नी को यहीं छोड़कर चले जाते हैं।

हालांकि आयोग में भी पीड़िताओं को न्याय नहीं मिल पा रहा है। दरअसल, एनआरआई पतियों के घरवालों को समझाइश दी जाती है, लेकिन उसके बाद फिर प्रताड़ना का सिलसिला शुरू हो जाता है।

ज्यादा शिकायतें यूके व कनाडा की-

पुलिस मुख्यालय ने वर्ष 2015 में एनआरआई पतियों के खिलाफ एक पत्र जारी किया था। उसमें खुलासा हुआ था कि प्रदेश भर से करीब 150 शिकायतें सामने आई थी। इसमें बताया गया कि एनआरआई युवक माता-पिता के दबाव में समाज की लड़की से शादी तो कर लेते हैं, लेकिन जब विदेश जाने की बात आती है तो पत्नी को ले जाने इंकार कर देते हैं। यूके व कनाडा में रहने वाले एनआरआई पतियों के खिलाफ ऐसे मामले अधिक आते हैं।

आयोग भी हाथ खड़े कर देता है

प्रताड़ना के इन मामलों में पति विदेश में रहता है, लेकिन महिला इसकी शिकायत यहां करती हैं। इससे पतियों से संपर्क ही नहीं हो पाता है। उनके घर वालों को बुलाकर बेंच में मामले को रखा जाता है। लेकिन इससे मामला सुलझ नहीं पाता।

भोपाल के मुकेश ठाकुर (बदला हुआ नाम) कहते हैं कि उन्होंने ज्यादा पड़ताल न कर इकलौती बेटी की शादी अपने दोस्त के एनआरआई बेटे से 2016 में की थी। शादी में लाखों रुपए खर्च किए थे। लेकिन दामाद कुछ न कुछ बहाना बनाकर बेटी को विदेश नहीं ले गया। पता चला कि उसने विदेश में किसी युवती को पत्नी बनाकर रखा था।

पत्नी को छोड़कर चला गया विदेश-

कोहेफिजा निवासी जूही अग्रवाल (काल्पनिक नाम) की शादी फरवरी 2017 में दिल्ली निवासी प्रिंस से हुई थी। शादी के तीन माह बाद ही वह पत्नी को छोड़कर विदेश में नौकरी करने चला गया। इसके बाद जूही को ससुराल में भी प्रताड़ना दी जाने लगी। इसलिए जूही ने महिला आयोग में शिकायत दर्ज कराई है।

विदेश ले जाकर किया प्रताड़ित-

साकेत नगर निवासी योगिता वाधवानी (काल्पनिक नाम) की शादी इंदौर निवासी अश्विनी से 2015 में हुई थी। अश्विनी यूके में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। शादी में जमकर पैसा खर्च करने के साथ योगिता के माता-पिता ने 25 लाख स्र्पए दहेज में भी दिए थे। शादी के बाद अश्विनी पत्नी को यूके तो ले गया लेकिन वहां उसे कमरे में बंद कर शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने लगा। किसी तरह मां-बाप बेटी को वापस ला पाए।

पत्नियों को प्रताड़ित करने वाले एनआरआई दूल्हों के मामलों को संबंधित देश के आयोग में भेज देते हैं। यहां ऐसे दूल्हों के घरवालों को बेंच में बुलाकर समझाइश देते हैं। -सूर्या चौहान, सदस्य, महिला

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