भोपाल। कल तक फ्लोर टेस्ट में बहुमत साबित करने का दावा करने वाले मुख्यमंत्री कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की भाषा बदल गई है। अब फ्लोर टेस्ट से पहले कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे का परीक्षण कराना चाहते हैं। दिल्ली में रणदीप सुरजेवाला और भोपाल में दिग्विजय सिंह ने एक साथ कहा कि जिन विधायकों ने इस्तीफा दिया है उन्हें भोपाल में स्पीकर के सामने उपस्थित होना चाहिए। विधानसभा अध्यक्ष ने सिंधिया समर्थक 19 विधायकों के इस्तीफे स्वीकार नहीं किए हैं।
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि वो विधायक जो ये कह रहे हैं कि उन्होंने इस्तीफा दे दिया वो भोपाल में क्यों नहीं है। वो कानून की अनुपालना कर स्पीकर को इस्तीफा क्यों नहीं दे रहे हैं। उन्हें बेंगलुरू में भाजपा (ख़रीद फरोख़्त जिनका DNA बन गया है) द्वारा क्यों रोका जा रहा है।
मध्य प्रदेश की राजनीतिक स्थिति पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि 19 कांग्रेस के विधायक भाजपा के कब्जे में है। फ्लोर टेस्ट नहीं हो सकता क्योंकि 19 विधायकों द्वारा प्रस्तुत इस्तीफे स्वीकार नहीं किए गए हैं। उन्हें शारीरिक रूप से अध्यक्ष के सामने आना चाहिए।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ये सच्चाई है कि सरकार ने अपना बहुमत खो दिया है और अब ऐसी सरकार कैसे राज्यपाल का अभिभाषण करवा सकती है, कैसे सत्र बुला सकती है।