ग्वालियर। मध्यप्रदेश का चंबल संभाग के भिण्ड, मुरैना, श्योपुर दतिया, जिला सफेद नशा (स्मैक) का कारोबार तेजी से अपनी गिरफ्त में ले रहा है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि भिण्ड पुलिस ने हाल ही में करीब डेढ करोड की स्मैक बरामद की है। सफेद जहर लेकर आए तस्करों ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि वे स्मैक उत्तरप्रदेश के उरई और जालौन से लेकर आए हैं। 150 से लेकर 250 रुपए की पुडिया के रूप बिक रही स्मैक चाय की गुमटी, ढाबों और सुनसान इलाकों में आसानी से मिल रही है। एक अनुमान के मुताबिक भिण्ड, मुरैना, श्योपुर, दतिया जिले में 100 से ज्यादा स्थानों पर रोजाना आधा करोड से ज्यादा स्मैक का कारोबार हो रहा है। स्मैक का सेवन करने वाले स्कूल, कॉलेजों के छात्र हैं या वे युवा हैं जो पढाई पूरी करने के बाद भी रोजगार की तलाश में भटक रहे हैं, लेकिन उनको कोई काम नहीं मिला है।
भिण्ड जिले के मौ थाना पुलिस ने 24 मई को मर्चेंट नेवी से भगौडे देशराज सिंह भदौरिया सहित चार लोगों से 62 लाख की स्मैक पकडी थी। इसके साथ ही 11 जून को मौ पुलिस ने राजकुमार से 10 लाख की 81 ग्राम स्मैक के साथ पकडा था। 30 मई को बरोही थाना पुलिस ने अनिल कुमार निवासी मैनपुरी (उत्तरप्रदेश) से 12 लाख रुपए कीमत की 130 ग्राम स्मैक पकडी थी। भिण्ड जिले की सीमा उत्तरप्रदेश के आगरा, इटावा और जालौन जिले से मिलती है। स्मैक तस्कर रात के अंधेरे में स्मैक लेकर मध्यप्रदेश की भिण्ड जिले की सीमा में आ जाते है।
चंबलरेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) संतोष कुमार सिंह ने बताया कि नशे का कारोबार करने वालों के खिलाफ पूरे संभाग की पुलिस अभियान चला रही है। इस कारोबार से जुडे बदमाशों की जानकारी तैयार कराई जा रही है। उत्तरप्रदेश की सीमा पर रात्रि को समय-समय पर चैकिंग कराई जाती है जिससे स्मैक की खेप लाने वालों की धरपकड की जा सके। आईजी ने कहा कि भिण्ड पुलिस को स्मैक के कारोबारियों को पकडने में अच्छी सफलता मिली है। नशे से दूर रहने और इसके दुष्परिणामों के बारे में बताने के लिए समाज के जागरुक लोगों को आगे आने की जरुरत है।