मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज यहां मध्यप्रदेश पुलिस अकादमी में प्रशिक्षु पुलिस उप-अधीक्षकों और उप-निरीक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि युवा पुलिस अधिकारी शोषण और अन्याय को समाप्त करने के लिये कार्य करें। कानून व्यवस्था की स्थिति को बेहतर बनाये रखने में योगदान करें।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आत्म विश्वास बनाये रखें, लक्ष्य हमेशा ऊँचा रखें, निष्पक्ष रहें, अहंकार नहीं करें और धैर्य रखें। पुलिस की सेवा सामान्य सेवा नहीं है। अपने कार्य को पवित्र सेवा मानें तथा अपनी जिन्दगी को सार्थक बनायें। विकास के साथ लोगों का सुरक्षित महसूस करना जरूरी है। आम जनता को यह लगना चाहिए की पुलिस के रहते उन्हें कोई अपराधी परेशान नहीं कर सकता। आम जनता के बीच विश्वास पैदा करें। अपराधियों के साथ कठोरतम और सज्जनों के साथ फूल से कोमल व्यवहार करें। प्रदेश की पुलिस का गौरवशाली इतिहास रहा है। इसमें स्व. रुस्तम जी जैसे पुलिस अधिकारी भी हुए हैं, जिन्होंने देश की पुलिस को नई दिशा दी थी।
चौहान ने कहा कि प्रदेश में पुलिस ने डकैत समस्या को समाप्त किया। नक्सलवाद पर नियंत्रण कायम कर सिमी के नेटवर्क को ध्वस्त करने जैसी उपलब्धियां हासिल की हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पुलिस में भर्ती जारी रहेगी। चौहान ने कहा कि क्षेत्र की समस्याओं को पहचानें और नई कार्य संस्कृति विकसित करें। इस अवसर पर गृह मंत्री भूपेन्द्र सिंह और पुलिस महानिदेशक ऋषिकुमार शुक्ला भी उपस्थित थे। प्रशिक्षण आगामी 31 मार्च तक जारी रहेगा।

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