ग्वालियर। स्कूल शिक्षा मंत्री अर्चना चिटनीस ने कहा है कि शिक्षा में गुणवत्ता सुधार प्रदेश सरकार की प्राथमिकताओं में है। इसके लिये सरकार द्वारा चलाई जा रहीं योजनाओं को विभागीय अधिकारी पूरी गंभीरता के साथ और योजनाबद्घ ढंग से अंजाम दें। ऐसे प्रयास हों, जिससे बच्चों के शैक्षणिक ज्ञान में वास्तविक रूप से इजाफा हो और बेहतर परीक्षा परिणाम भी सामने आएँ।
स्कूल शिक्षा मंत्री चिटनीस सोमवार को ग्वालियर-चंबल संभाग की शैक्षणिक गतिविधियों की समीक्षा कर रहीं थीं। शैक्षणिक गतिविधियों की समीक्षा के लिये स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव संजय सिंह, आयुक्त लोक शिक्षण अरूण कोचर एवं राज्य शिक्षा केन्द्र की आयुक्त रश्मि अरूण शर्मा भी भोपाल से स्कूल शिक्षा मंत्री के साथ आए थे। स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार के लिये सरकार द्वारा लागू किए गए शिक्षा मॉड्यूल, ज्ञानपुंज योजना व प्रतिभा पर्व सहित अन्य सभी कार्यक्रम पूरी गंभीरता के साथ अमल में लाएँ। उन्होंने यह भी कहा कि पढ़ाने में पारंगत शिक्षकों को चिन्हित करें और जिस संस्था के बच्चे पढ़ाई में कमजोर हैं उनकी पढ़ाई इन शिक्षकों के जरिए भी कराएँ। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को स्कूलों के निरीक्षण के समय बच्चों के शैक्षणिक ज्ञान को आवश्यक रूप से परखने के निर्देश भी दिए। मोतीमहल स्थित मानसभागार में आयोजित हुई संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक में विधायक मदन कुशवाह, शिवमंगल सिंह तोमर, राजेन्द्र सिंह सलूजा, प्रहलाद भारती, रमेश खटीक व कमलेश सुमन, जिला पंचायत शिवपुरी के अध्यक्ष जितेन्द्र जैन, ग्वालियर जिला पंचायत के उपाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह सोलंकी, सर्वशिक्षा अभियान से जुड़ीं नीता शर्मा व प्रभारी मंत्री के प्रतिनिधि भारत भूषण शर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधिगणों ने भी इस बैठक में हिस्सा लिया। संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक में ग्वालियर संभाग आयुक्त एसबी सिंह, कलेक्टर ग्वालियर पी नरहरि, शिवपुरी आरके जैन, भिण्ड अखिलेश श्रीवास्तव व दतिया जीपी कबीरपंथी सहित ग्वालियर-चंबल संभाग के सभी जिलों की जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी व जिला परियोजना समन्वयक सर्वशिक्षा अभियान तथा अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।