मंदसौर। मुख्यमंत्री बाल ह्रदय उपचार योजना से मेरी बेटी को जिंदगी मिली और किसान सम्मेलन में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने जब से मेरी बेटी जोया को गोद में लेकर दुलराया है, तब से समाज में भी इज्जत बढ़ने का एहसास हो रहा है। शुक्रगुजार हैं हम मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के जिनके कारण हमारी जिंदगी में खुशियों का सैलाब आया। यह कहना है मंदसौर के खानपुरा निवासी मोहम्मद शकील का।
मोहम्मद शकील ने बताया कि उनकी बेटी जोया को जन्म से ही दिल में छेद की समस्या थी। वह बच्चों के साथ खेल भी नहीं पाती थी। मेरी रंगाई के काम से इतनी आमदनी नहीं थी कि मैं उसकी बीमारी पर 5 हजार रुपये महीने का खर्च उठा पाता। ऐसे में एक दिन मुझको राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री बाल ह्रदय उपचार योजना की जानकारी मिली। मैंने तुरंत आवेदन दिया और जोया के इलाज के लिये एक लाख 50 हजार रुपये की राशि मंजूर हो गई। इस राशि से जोया की एक नवम्बर, 2017 को इंदौर के मेदांता अस्पताल में ओपन हॉर्ट सर्जरी हुई।
आठ दिन तक आईसीयू में रहने के बाद जोया में आश्चर्यजनक सुखद बदलाव दिखने लगे। पूरे परिवार में जोश और खुशी की लहर दौड़ने लगी। अब जोया 2 साल 4 महीने की हो चुकी है और दूसरे बच्चों के साथ खेलती भी है। सामान्य बच्चों की तरह जोया को देखकर उसके माता-पिता भी उसके अच्छे भविष्य के ख्वाब बुनने लगे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गत 20 जनवरी को जिले के दलौदा में हुए किसान सम्मेलन के दौरान जब जोया को गुड़िया दी तो वह बहुत खुश हुई। उसकी मुस्कुराहट देखकर उन्होंने उसे गोद में लिया और बातें कीं।