भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना संकट के मद्देनजर भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने शिवराज सिंह चौहान को ही भाजपा विधायक दल का नेता बनाए जाने को हरी झंडी दिखा दी है । इस संबंध में आज ही पूरी होगी औपचारिकता। शिवराज को आज ही शाम को सीएम पद की शपथ दिलाई जा सकती है
राजभवन में शिवराज सिंह चौहान को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाने की सभी तैयारी कर ली गई है। फिलहाल उन्हें अकेले ही शपथ दिलाई जाएगी। अधिकतम 40 लोगों के बैठने का इंतजाम किया गया है। प्रत्येक आमंत्रित अतिथि को इस तरह बैठाया जाएगा कि उनके बीच कम से कम एक मीटर की दूरी रहे। यदि किसी कारण वश इससे अधिक लोग आते हैं तो राजभवन के सभागार में शपथ समारोह शिफ्ट कर दिया जाएगा। लान और सभागार दोनों स्थान पर व्यवस्था कर ली गई है।
राजधानी में शाम को भाजपा विधायक दल की बैठक बुलाई गई है, जिसमें नेता चुने जाने की औपचारिकता पूरी होगी। इसके बाद शाम को ही नए सीएम को शपथ भी दिलवाई जा सकती है। जानकारी के मुताबिक विधायक दल की बैठक में प्रदेश प्रभारी और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ विनय सहस्त्रबुद्धे भी शामिल होंगे। राज्यपाल लालजी टंडन के सामने भाजपा आज ही दावा पेश करेगी।
मध्य प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से छाए सियासी कोहरे के अब छंट गए हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम पर सहमति बन चुकी है और वह चौथी बार राज्य के मुख्यमंत्री पद की कमान संभालेंगे। पार्टी की तैयारी पहले सोमवार को ही विधायक दल की बैठक बुलाने की थी, लेकिन कोरोना वायरस अलर्ट के चलते व्यवस्था संभालने के लिए उन्होंने यह फैसला लिया है। पार्टी ने शिवराज को नेता बनाए जाने की औपचारिक घोषणा अभी नहीं की है, लेकिन उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक हाईकमान ने उन्हें कमान सौंपने का मन बना लिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को दो बार शिवराज सिंह चौहान से कोरोना के मुद्दे पर बातचीत की थी। इसमें उन्होंने चौहान को प्रशासन से संपर्क बनाए रखने के लिए भी कहा है। दूसरी वजह सिंधिया के समर्थन के कारण बन रही सरकार को चलाने में समन्वय का मुद्दा महत्वपूर्ण रहेगा, इसलिए चौहान के अनुभव का पार्टी को लाभ मिलेगा। मालूम हो कि सरकार के अल्पमत में आने के बाद 18 मार्च को कमल नाथ ने इस्तीफा दे दिया था।