भोपाल ! मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव का शंखनाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के विधानसभा क्षेत्र बुधनी से कर दिया है। इस सभा में कांग्रेस नेताओं ने मुख्यमंत्री और उनके परिजनों पर जमकर हमले बोले। मुख्यमंत्री पर अवैध खनन को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस नेताओं ने बेल्लारी के रेड्डी बंधु की तुलना बुधनी में चौहान बंधु (शिवराज व उनके भाइयों) से कर डाली। सीहोर जिले के नसरुल्लागंज की इस सभा में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में रेत के अवैध खनन का कारोबार जोरों पर चल रहा है, इस काम में मुख्यमंत्री के भाई नरेंद्र सिंह चौहान लगे हुए हैं। इतना ही नहीं पूरे राज्य की रेत खनन का ठेका शिवा कंपनी को दे दिया गया। बुधनी में खनन को लेकर इस कंपनी पर 490 करोड़ रुपये की वसूली का एक अधिकारी ने नोटिस दिया तो उसका तबादला कर दिया गया। मुख्यमंत्री में अगर जरा भी शर्म है तो जनता को बताएं कि वास्तविकता क्या है।
सिंह ने आगे कहा कि नसरुल्लागंज मुख्यमंत्री के बुधनी विधानसभा क्षेत्र के साथ लोकसभा की नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज के विदिशा संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आता है। स्वराज को अवैध खनन करने वालों से कुछ ज्यादा ही प्रेम है। बेल्लारी में रेड्डी बंधु थे तो बुधनी में चौहान बंधु हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री सिंह ने 11 जुलाई को मध्य प्रदेश के संसदीय इतिहास का काला दिन करार दिया और कहा कि विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा न कराने वाली भाजपा सरकार को इस्तीफा दे देना चाहिए। अविश्वास प्रस्ताव में उठाए गए मुद्दों से भाजपा व सरकार घबरा गई थी और इसीलिए चर्चा नहीं कराई गई है। इस अविश्वास प्रस्ताव में शिवराज और उनके परिवारों का खुलासा होने वाला था।
उन्होंने आगे कहा कि उनके काल में पंचायतें गांव में होती थी मगर शिवराज के काल में पंचायतें मुख्यमंत्री आवास में हो रही है। इन पंचायतों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है, एक नाश्ते की प्लेट का भुगतान 850 रुपये तक किया जा रहा है।
कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी मोहन प्रकाश ने सभी कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे एकजुट होकर चुनाव की तैयारी में जुट जाएं और भाजपा की सरकार को उखाड़ फेंकें।
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री कमलनाथ ने राज्य की स्वास्थ्य, शिक्षा व बिजली की स्थिति का जिक्र कर राज्य सरकार को घ्ेारा। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने किसान व नौजवानों से धोखा किया है। एक तरफ राज्य सरकार इंवेस्टर्स मीट कर करोड़ों लाख के उद्योग स्थापित करने का करार करने का दावा करती है, वहीं राज्य के नौजवानों को रोजगार के लिए दिल्ली व मुम्बई जाना पड़ रहा है। कांग्रेस के सत्ता में आने पर नौजवानों के लिए रोजगार के बेहतर अवसर दिलाने का कमलनाथ ने भरोसा दिलाया।
कमलनाथ ने राज्य सरकार पर केंद्र से मिलने वाली राशि का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र से मिलने वाली राशि से होने वाले विकास कार्यो की निविदाएं तब तक जारी नहीं की जाती है, जब तक कि कमीशन तय नहीं हो जाता है।
केंद्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी राज्य सरकार की नीतियों पर जमकर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि राज्य में हर वर्ग का शोषण हो रहा है, उसे अपना हक नहीं मिल रहा है, हाल यह है कि महिलाएं, लड़कियां सुरक्षित नहीं है। एक तरफ युवतियां ज्यादती का शिकार हो रही हैं वहीं किसानों को आत्महत्या के लिए विवश होना पड़ रहा है। राज्य इन दोनों मामलों में अन्य राज्यों से कहीं आगे है। इतिहास गवाह है कि गैर कांग्रेस सरकारों के काल में अनुसूचित जाति व जनजाति वर्ग के लोगों को अत्याचारों का शिकार होना पड़ा है।
राज्यसभा सांसद सत्यव्रत चतुर्वेदी ने राशन में चल रही कालाबाजारी और बिजली न मिलने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा नेता मालामाल हो रहे हैं और आमजन परेशान हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी कहा कि राज्य में अनुसूचित जाति व जनजाति वर्ग पर मुख्यमंत्री के गांव जैत से लेकर अन्य हिस्सों में उपेक्षा हो रही है।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने मुख्यमंत्री व उनके परिवार पर खुलकर आरोप लगाए। उनका कहना था कि विधानसभा में पेश किए गए अविश्वास प्रस्ताव में मुख्यमंत्री के परिवार पर आरोप थे इसीलिए साजिश रच कर चर्चा नहीं होने दी गई। प्रदेशाध्यक्ष कांतिलाल भूरिया ने भी मुख्यमंत्री पर आरोप लगाए।
कांग्रेस की शंखनाद सभा में कई सांसदों के अलावा विधायक, पदाधिकारी और विभिन्न क्षेत्रों के कार्यकर्ता मौजूद थे। इस आयोजन के चलते पूरा नसरुल्लागंज कांग्रेस के झंडे बैनरों से पटा था और हर तरफ कांग्रेस के झंडे व बैनर नजर आ रहे थे।

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