भोपाल। मुंगावली की तरह कोलारस में भी मृत, स्थानांतरित और अनुपस्थित मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में सामने आए हैं। कांग्रेस की शिकायत पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने शिवपुरी कलेक्टर तरुण राठी से जांच प्रतिवेदन मांगा था, जो उन्होंने गुरुवार को दिया। इसे आयोग भेज दिया गया है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सलीना सिंह ने माना कि जल्दी रिपोर्ट देनी थी पर नहीं दी गई। यह बात आयोग के संज्ञान में ला दी गई है। बताया जा रहा है कि उपचुनाव के बाद कलेक्टर के खिलाफ चुनाव आयोग कार्रवाई कर सकता है।
सूत्रों के मुताबिक शिवपुरी कलेक्टर की ओर से भेजी रिपोर्ट में माना कि मतदाता सूची में मृत, स्थानांतरित और अनुपस्थित मतदाताओं के नाम शामिल पाए गए हैं। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सलीना सिंह ने माना कि गलती जरूर हुई है पर फर्जी मतदाताओं के नाम शामिल नहीं हुए। इनके नाम मतदाता सूची से हट जाने थे जो नहीं हुआ। मतदान के दौरान ऐसे लोग मतदान न कर सकें, इसके लिए अलग से सूची बनाकर दी गई है।
बताया जा रहा है कि मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय की ओर से चुनाव आयोग को भेजी रिपोर्ट में पूरी स्थिति से अवगत करा दिया गया है। अब आयोग को तय करना है कि इस मामले में क्या कार्रवाई की जाए क्योंकि अशोकनगर कलेक्टर बीएस जामोद को मतदाता सूची में गड़बड़ी के कारण ही हटाया गया है।
संगठन ने बुलाया था पंचायत सचिव
मुख्यमंत्री निवास पर आचार संहिता के दौरान हुए पंचायत सचिवों के सम्मेलन को लेकर कांग्रेस की शिकायत पर पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग और अशोकनगर व शिवपुरी कलेक्टर ने चुनाव आयोग को जवाब भेज दिया है। जवाब में कहा गया कि सरकारी तौर पर किसी को नहीं बुलाया गया। सचिवों के संगठनों ने उन्हें बुलाया था।