ग्वालियर। मध्यप्रदेश के चंबल संभाग का भिण्ड जिला नकल के लिए कुख्यात है। नकल के इस बदनामी के दाग को मिटाने के लिए भिण्ड जिला प्रशासन ने एक अनूठी पहल कर निःशुल्क कोचिंग की व्यवस्था कर छात्रों को पढाने का वीणा उठाया है। नए साल पर जिला प्रशासन ने छात्रों को यह कोचिंग का तोहफा दिया है।
शिक्षा जीवन की एक कडी है जब तक ठीक ढग से शिक्षा प्राप्त नहीं करते तब तक समाज उन्नति नहीं कर सकता। इस निःशुल्क कोचिंग में गरीब परिवारों के बच्चे सर्वाधिक लाभान्वित हो सकेंगे। यह बात स्थानीय विधायक नरेन्द्र सिंह कुशवाह ने स्थानीय उत्कृष्ट हायर सेकंडरी स्कूल क्रमांक एक में संकल्प निःशुल्क कोचिंग के शुभारंभ अवसर पर कही। इस मौके पर कलेक्टर इलैया राजा टी ने कहा कि निःशुल्क कोचिंग की सुविधा प्रदान करने की दिशा में भिण्ड जिला मध्यप्रदेश में पहला जिला है जहां यह व्यव्स्था की गई है। इस कोचिंग में बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी कराई जाएगी। छात्र-छात्रायें बिषयबार तैयारी कर सकेंगे और परीक्षाओं में अपेक्षानुरुप सफलता प्राप्त कर सकेंगे। उन्होंने कहा इस बार की परीक्षायें पूरी तरह नकल रहित होंगी। इसके लिए अभी से छात्र पूरी तोत से पढाई में जुट आए। जिन छात्रों को जिस विषय में कठिनाई आ रही है वह इस कोचिंग में आकर समाधान पा सकते है।
जिला पंचायत सीईओ प्रवीण सिंह ने कहा कि कोचिंग में जिले के सर्वश्रेष्ठ शिक्षक अध्यापन कार्य करायेंगे जिससे छात्रों को आशातीत सफलता मिल सकेंगी। जिला शिक्षा अधिकारी एसएन तिवारी ने कहा कि इस निःशुल्क कोचिंग में विषय विशेषज्ञ शिक्षकों द्वारा अध्यापन कार्य कराया जाएगा। जिससे परीक्षा को दृष्टिगत रखते हुए छात्र परीक्षा की तैयारी कर सकें। हाईस्कूल के छात्र-छात्रायें सुवह 8 से 10 बजे तक एवं हायर सेकंडरी की पढाई शाम 5 बजे से 7 बजे तक होगी। इस कोचिंग का लाभ शासकीय स्कूल व प्राइवेट स्कूलों में पढने वाले छात्र ले सकेंगे। हॉल में लाइटिंग एवे सुरक्षा के लिए पुलिस पेट्रोलिंग की व्यवस्था की गई है।
नकल के लिए बदनाम भिण्ड जिले में नकल रहित परीक्षा कराने के लिए यह पहल जिला प्रशासन ने की है। इसका असर परीक्षा में कितना पडेगा यह परीक्षा के समय ही देखा जाएगा।