ग्वालियर। मध्यप्रदेश के चंबल संभाग के भिण्ड जिले के गोहद थाना क्षेत्र के पिपरसाना से 16 जून को अपहृत कथावाचक सतीश पाराशर को पुलिस ने 19 जून की रात्रि को ग्वालियर शताब्दीपुरम से एक सूने घर से मुक्त कराया था। पुलिस के मुताबिक कथावाचक का अपहरण करने वाले मुख्य आरोपी मनोज शर्मा की 30 जून को शादी है। धूमधाम से शादी के लिए रुपयों का इंतजाम करने युवक ने 2 अन्य साथियों के साथ मिलकर इस बडी बारदात को अंजाम दिया। कथावाचक के पिता से 30 लाख रुपये फिरौती मांगी थी।
पकडा गया आरोपी मनोज शर्मा अपनी शादी शाही अंदाज में करने के लिए एक करोड रुपए जुटाने का लक्ष्य लिए हुए था। वह 3-4 बारदातों को अंजाम देकर अपने मकसद में सफलता पाने के लिए पहली बारदात अपने गांव के ही सतीश पाराशर को पकडकर की। वह इससे 30 लाख रुपए फिरौती बसूल पाता उससे पहले ही पुलिस के शिकंजे में आ गया। बताया गया है मनोज शर्मा की 30 जून को बारात जानी थी, लेकिन अब बारात नहीं जाएगी। लडकी ने एक अपराधी से शादी करने से साफ इंकार कर दिया।
पुलिस कंट्रोल रूम में भिण्ड पुलिस अधीक्षक मनोज सिंह ने पत्रकारों को बताया 16 जून को दिन में दंदरौआधाम में कथा कराने के बहाने से कथावाचक सतीश पाराशर का अपहरण किया गया। रात में करीब 10 बजे सतीश के पिता रमेश पाराशर के मोबाइल पर कॉल कर 30 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई। इसके बाद पुलिस ने अपहरण का केस दर्ज कर मामले की खोजबीन शुरू की। पुलिस ने पिपरसाना के 28 वर्षीय संदेही मनोज शर्मा को हिरासत में लेकर पूछताछ की। एएसपी के मुताबिक पुलिस की पूछताछ में आरोपी मनोज शर्मा ने वारदात कबूल की। मनोज शर्मा ने बताया शताब्दीपुरम ग्वालियर में रामेश्वर दयाल का मकान किराए पर लिया है। इसी मकान से पुलिस ने सतीश को मुक्त कराने का दावा किया है। अपहृत को मुक्त कराने के दौरान मनोज शर्मा के साथी प्रदीप निवासी बनीपुरा, विवेक शर्मा ग्वालियर फरार हो गए। पुलिस इन दोनों आरोपियों की तलाश कर रही है।