भोपाल ! मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज सख्त तेवर दिखाते हुए कहा कि सेना के शहीद कैप्टन देवाशीष शर्मा की मां निर्मला शर्मा से रिश्वत मांगने वाले पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यहां की यात्रा के बीच मुख्यमंत्री श्री चौहान ने शहीद कैप्टन की मां से मुलाकात के दौरान यह आश्वासन दिया। वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में श्री चौहान ने शहीद की मां से कहा कि संबंधित थाने के सभी कर्मचारियों को उनके समक्ष उपस्थित किया जाएगा। उन्होंने श्रीमती निर्मला शर्मा से आरोपियों की पहचान करने का अनुरोध किया और कहा कि संबंधित दोषी पुलिस कर्मचारियों को सेवा से बर्खास्त भी किया जाएगा। मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद श्रीमती निर्मला शर्मा ने एक न्यूज चैनल से कहा कि मुख्यमंत्री ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के साथ ही उनके पुत्र के चोरी गए कीर्ति चक्र को ढुंढवाने का भी आश्वासन दिया है। उन्होंने खुलासा किया कि कुछ समय पहले पुलिस ने चक्र ढुंढवाने के मामले में उनसे एक हजार रूपए की मांग की थी। उन्होंने कहा कि यदि कीर्ति चक्र मिल जाता तो वे खुशी से यह राशि देने का सोच सकती थीं। श्रीमती शर्मा ने प्रधानमंत्री की यात्रा के एक दिन पहले कल यहां मीडिया से चर्चा में आरोप लगाया था कि राजधानी भोपाल के शाहपुरा थाने के एक पुलिस अधिकारी ने उनसे राशि की मांग की थी। हालाकि कल उन्होंने राशि मांगने वाले अधिकारी के नाम और रूपयों के बारे में खुलासा नहीं किया था। इस सनसनीखेज आरोप के बाद पुलिस महकमे के साथ ही राज्य सरकार भी सक्रिय हुयी और आज सुबह गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ने भी श्रीमती शर्मा से मुलाकात करके पूरी जानकारी ली थी। कैप्टन देवाशीष शर्मा कश्मीर में दो दशक पहले आपरेशन रक्षक के दौरान शहीद हो गए थे। मरणोपरांत उन्हें कीर्ति चक्र से नवाजा गया था। स्थानीय शाहपुरा क्षेत्र निवासी श्रीमती निर्मला शर्मा के निवास से वर्ष 2014 में उनके पुत्र कैप्टन देवाशीष शर्मा को मरणोपरांत प्राप्त कीर्ति चक्र चोरी हो गया था। इसकी रिपोर्ट शाहपुरा थाने में दर्ज करायी गयी थी। श्रीमती शर्मा का आरोप है कि इसी थाने के अधिकारी ने उनसे राशि की मांग की है।