गुजरात विधानसभा में लोकतंत्र को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। यहां सदन के भीतर भाजपा और कांग्रेस विधायकों में जमकर हाथापाई हुई। कांग्रेस विधायक प्रताप दुधात ने मेज पर लगा माइक उखाड़कर भाजपा सदस्य जगदीश पंचाल पर हमला कर दिया और उन्हें मुक्के मारे। एक दूसरे के लिए अपशब्द भी कहे गए।
एक अन्य कांग्रेस सदस्य अमरीश डेर ने भी पंचाल पर हमला किया। जवाब में सत्ताधारी दल के सदस्यों ने डेर की पिटाई कर दी। बाद में स्पीकर ने एक अभूतपूर्व फैसले में दुधात और डेर को तीन साल के लिए सदन से निलंबित कर दिया।
एक अन्य कांग्रेस विधायक बलदेवजी ठाकोर को विधानसभा गलियारे में हुई दूसरी घटना के लिए एक साल के लिए सस्पेंड किया गया है। इन तीनों को निलंबित करने का प्रस्ताव डिप्टी सीएम नितिन पटेल ने रखा था, जिसे बहुमत से पास कर दिया गया। सदन में हंगामा तब शुरू हुआ जब प्रश्नकाल चल रहा था।
इस दौरान विधानसभा स्पीकर राजेंद्र त्रिवेदी ने कांग्रेस के विक्रम मदाम को बोलने की इजाजत नहीं दी। हालांकि मदाम अड़े रहे। एक अन्य कांग्रेस विधायक डेर ने स्पीकर से कहा कि वे मदाम को बोलने दें। स्पीकर ने उनके लहजे पर आपत्ति जताई। इस पर डेर और मदाम वेल में आकर विरोध जताने लगे। स्पीकर ने दोनों कांग्रेस विधायकों को दिनभर के लिए निलंबित कर दिया।
मार्शल उन्हें बाहर ले जाने लगे। इससे कांग्रेस के प्रताप दुधात भड़क गए। उन्होंने मेज पर लगा माइक उखाड़कर भाजपा विधायक जगदीश पंचाल पर हमला बोल दिया। दुधात इससे नाराज थे कि जब स्पीकर अपनी बात कह रहे थे, तब पंचाल कांग्रेस विधायक को चुप रहने के लिए कह रहे थे।
इसके बाद स्पीकर ने दुधात को निलंबित कर दिया और सदन 10 मिनट के लिए स्थगित कर दिया। तभी डेर पिछले दरवाजे से सदन में आ गए और पंचाल पर हमला बोल दिया। पंचाल के बचाव में आए दूसरे भाजपा विधायकों ने डेर की पिटाई कर दी। मार्शलों ने आकर हालात संभाले।