रीवा.  मध्य प्रदेश सरकार  और ठेकेदारों के बीच जारी विवाद के बाद रीवा में आज से आबकारी विभाग  ने खुद ही शराब की दुकानें खोल दीं. दुकानों पर शराब बिक्री के लिए महिला अफसरों  की भी ड्यूटी लगा दी गयी है. महिला अफसर शराब बेच रही हैं और शौकीन लाइन लगाकर शराब खरीद रहे हैं. प्रदेश में लॉकडाउन के कारण ड्यूटी चार्ज में राहत की मांग को लेकर प्रदेश के 70 फीसदी ठेकेदारों ने अपने ठेके सरेंडर कर दिए हैं. इसलिए सरकार को अब दुकानें खोलना पड़ी हैं.

लॉक डाउन खुलने के बाद रीवा में शराब दुकानें खोलने पर खासा विरोध हुआ. ठेकेदार भाटिया ग्रुप ने सरकार से आपसी लेन-देन के विवाद के बीच एक बार दुकानें खोलीं और फिर बंद भी कर दी. उसके बाद अब आज आबकारी विभाग ने स्वयं से ही मोर्चा संभाल लिया. विभाग ने जिले में संचालित ज्यादातर दुकानें खोल दीं. दुकान खुलते ही सुरा प्रेमियों की जान में जान आ गयी.

ज़िले में खुली शराब दुकानों में से कुछ पर महिलाएं बैठी दिखायी दीं तो सब हैरत में पड़ गए. फिर माजरा समझते देर ना लगी. दरअसल ये आबकारी विभाग की अफसर हैं जिनकी ड्यूटी अब दुकानों पर लगा दी गयी है. ठेकेदारों और सरकार के बीच विवाद के कारण आबकारी विभाग को शराब की दुकानें खोलनी पड़ी हैं. ज़िले के मऊगंज इलाके और रीवा शहर के समान इलाके में शराब दुकान में महिला अफसरों की ड्यूटी लगायी गयी है.


दरअसल आबकारी विभाग के संरक्षण में आज से जिले भर में शराब की दुकानें खोली गयी हैं. दुकानें खुलने की देर थी कि सुरा प्रेमियों के चेहरे पर मुस्कान आ गयी. दुकानों के बाहर लंबी कतार लग गयी. महिला अफसर शराब बेच रही थीं और पुरुष शराब खरीदने के लिए अपनी बारी आने का इंतज़ार कर रहे थे.

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