भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री कमलनाथ से प्रदेश में शराब की उपदुकानें नहीं खोलने की अपील की है। उन्होंने कमलनाथ को चिट्ठी लिखी है, जिसमें कहा है कि शराब की उप दुकानें खोलने का फैसला प्रदेश को तबाह कर देगा। उनके इस पत्र के जवाब में प्रदेश कांग्रेस मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने शिवराज सिंह चौहान को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि शिवराज शराब को लेकर नौटंकी व राजनीति कर रहे हैं, जनता को भ्रमित व गुमराह कर झूठ परोस रहे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा, “मैंने मुख्यमंत्री कमलनाथ जी से शराब की दुकानें न खोलने की अपील की है। चिट्ठी लिखकर भी अपील कर रहा हूं कि शराब की उपदुकानें खोलने का यह फैसला प्रदेश को तबाह और बर्बाद करने वाला है। यह फैसला वापस नहीं लिया गया तो हम जनता के साथ मिलकर आंदोलन करेंगे।
पत्र में उन्होंने कहा कि सरकार के सरकार के इस निर्णय से प्रदेश में दो से ढाई हजार दुकानें खुलेंगी, जिसके दूरगामी प्रतिकूल प्रभाव होंगे। उन्होंने पत्र में मुख्यमंत्री से शराब की उपदुकानें खोले जाने की अधिसूचना को प्रदेश हित में तत्काल वापस लेने का अनुरोध किया है।
कांग्रेस राज में प्रदेश शराब मुक्त के बजाए शराबयुक्त हो गया।
विपक्ष के नेता गोपाल भार्गव ने शराब नीति को लेकर राज्य की कांग्रेस सरकार पर हमला करते हुए कहा कि प्रदेश को शराब मुक्त बनाने की बात करने वाली इस सरकार के शासन में शराब दुकानों में बढ़ोत्तरी करने जा रही है। भार्गव ने सरकार की शराब नीति पर कहा कि कांग्रेस ने अपने वचनपत्र में कहा था कि शराब मुक्त प्रदेश बनाएंगे, लेकिन एक साल में गांव गांव शराब दुकानें खोलने का फैसला लेकर प्रदेश को ‘शराब युक्त’ बना दिया है। सरकार के इस फैसले का भाजपा विरोध करती है, फैसला वापस नहीं लिया गया, वे मुख्यमंत्री निवास के सामने महिलाओं के साथ धरना देंगे।
मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने कहा कि मप्र में जब शिवराज व भाजपा सत्ता में नहीं है, तो शराब के विरोधी बनकर जनता को भ्रमित व गुमराह कर रहे हैं और अपनी सरकार में वे शराब के सबसे बड़े हिमायती थे। आज कह रहे हैं कि उनकी सरकार में शराब के उत्पादन में कमी की गई, एक भी शराब की दुकान को बढ़ाया नहीं गया। वह धीरे-धीरे शराब बंदी के पक्ष में थे।
शराब को लेकर शिवराज झूठ परोस रहे हैं। नौटंकी और राजनीति कर रहे हैं। कांग्रेस ने तत्कालीन शिवराज सरकार की शराब को लेकर की वास्तविकता उजागर हो गई है। उप दुकान खोलने का निर्णय अवैध शराब की बिक्री रोकने, उससे होने वाली जनहानि को रोकने व इसके कारण होने वाले विवाद को रोकने के लिये लिया गया है।