भोपाल । मध्य प्रदेश के व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले के आरोपी राज्यपाल रामनरेश यादव के बेटे शैलेष यादव की मौत को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने ‘अस्वाभाविक’ माना और इसकी जांच शुरू कर दी है। सीबीआई इस मामले की जांच सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश पर कर रही है। सीबीआई व्यापमं घोटाले में 60 ज्यादा प्राथमिकी दर्ज कर चुकी है। वहीं, इस मामले से जुड़े लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौतों की भी जांच कर रही है। इसी क्रम में उसने सोमवार रात रामनरेश यादव के बेटे शैलेष की मौत को भी जांच के दायरे में लिया।
सीबीआई से मिली जानकारी के अनुसार, शैलेष 25 मार्च को लखनऊ स्थित अपने आवास पर संदिग्ध परिस्थितियों में मृत मिले थे। वह भी व्यापमं घोटाले के आरोपी थे। उनके खिलाफ विशेष कार्य बल (एसटीएफ ) ने मामला दर्ज किया था। सीबीआई ने उनकी मौत को अस्वाभाविक मान जांच शुरू कर दी है। उल्लेखनीय है कि सर्वोच्च न्यायालय ने नौ जुलाई को व्यापमं घोटाले की जांच सीबीआई को सौंपी थी। इस घोटाले से जुड़े 48 लोगों की मौत भी संदेह के घेरे में है। सीबीआई इनकी जांच कर रही है। उसने कई मामलों की केस डायरी भी मंगवाई है।