नई दिल्ली ! व्यापमं घोटाले में पुलिस जांच में मदद कर रहे मध्य प्रदेश के एक मेडिकल कॉलेज के डीन अरुण शर्मा रविवार को दिल्ली के एक होटल में मृत मिले। उनसे व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले में पूछताछ चल रही थी।उनका शव इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (आईजीआई) के नजदीक उप्पल होटल के एक कमरे में मिला। वह मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की निरीक्षण टीम के सदस्य के नाते त्रिपुरा जाने वाले थे।
पुलिस ने बताया कि अरुण (64) जबलपुर स्थित मेडिकल कॉलेज के डीन थे। वह मध्य प्रदेश के व्यापमं घोटाले के संबंध में विशेष कार्य बल ( एसटीएफ) की जांच में सहयोग कर रहे थे। उन्होंने इस क्रम में मेडिकल कॉलेज में हुए फर्जी मेडिकल प्रवेश परीक्षा के दस्तावेज उपलब्ध कराए थे।
दिल्ली पुलिस शर्मा की मौत पर बयान देने से इंकार कर रही है। पुलिस उपायुक्त आर.ए.संजीव ने कहा, “हमने उनके बेटे से संपर्क किया। उसने कहा कि उनके पिता मधुमेह से पीड़ित थे। उनका परिवार दिल्ली आ रहा है।”
अधिकारी ने बताया कि शर्मा शनिवार शाम उप्पल होटल आए थे और उन्होंने रविवार सुबह जगाने की बात कही थी। सुबह जब होटल कर्मचारी की आवाज देने पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया, तब कर्मचारी को लगा कि कुछ गलत हुआ है और उसने फिर पुलिस को सूचना दी।
अधिकारी ने बताया, “पुलिस की निगरानी में उनके कमरे का दरवाजा तोड़ा गया। डीन को बिस्तर पर मृत अवस्था में पाया गया।”
उन्होंने बताया, “उनके बिस्तर के नजदीक व्हिस्की और कुछ दवाइयां मिली हैं। उनके शरीर पर चोट का कोई निशान नहीं है। हम उनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार करेंगे, उसके बाद ही मौत की वजह का पता चल पाएगा।”
मध्य प्रदेश में राजनीतिज्ञों, अधिकारियों तथा व्यवसायियों पर व्यापमं घोटाले में संलिप्त होने के आरोप लग रहे हैं।
2013 से लेकर अब तक इस मामले में 40 लोगों की मौत हो चुकी है।
इस घोटाले में सबसे हाई प्रोफाइल मौत मध्य प्रदेश के राज्यपाल राम नरेश यादव के बेटे शैलेश (50) की हुई है, जिन्हें 25 मार्च को उनके पिता के लखनऊ स्थित आवास पर मृत पाया गया था।