भोपाल ! विदिशा में दबंगों द्वारा 90 फीसदी से यादा जलाई गई 17 साल की किशोरी ने सोमवार को हमीदिया अस्पताल में दम तोड़ दिया। वह 28 मई से हमीदिया के बर्न वार्ड में भर्ती थी।
महिला अपराध शाखा की प्रमुख अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अरुणा मोहन राव ने बताया, कि पीड़िता ने मरने से पहले अपने बयान में इस घटना के लिए 6 लोगों को जिम्मेदार ठहराया था। जिनके नाम क्रमश: मोनूराजपूत, सोनूराजपूत, राकेश खटीक, अनूज सुंदर सिंह, बानो अहिरवार है। पुलिस ने इन लोगों के खिलाफ भारतीय दण्ड संहिता की धारा 307 के अन्तर्गत नामजद प्रकरण दर्ज किया गया था। 5 आरोपियों की गिरंफ्तारी हो चुकी है। केवल बन्नो अहिरवार की गिरफ्तारी होनी है। उन्होंने कहा, कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस अगस्त महीने से जागरूकता अभियान चलायेगी।
उधर विदिशा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रायसिंह नरवरिया ने बताया, कि पीड़ित की बड़ी बहन द्वारा भाग कर शादी किये जाने के बाद तनाव शुरू हुआ था। उसके परिवार वालों ने अपनी लड़की के गुम होने की सूचना मोहनगिरि थाने में दर्ज कराई थी। बरामद होने के बाद बड़ी बहन ने पुलिस को बयान दिया, कि वह लड़के से प्रेम करती है और उसी के साथ रहना चाहती है। इस बीच तनाव इतना बढ़ गया, कि बड़ी बहन के पति के दोस्तों ने ही छोटी बहन को तंग करना शुरू कर दिया और 28 मई की रात 9 बजे घर के अंदर घुसकर पीड़िता पर पेट्रोल छिड़ककर उसे जला दिया।
उल्लेखनीय है, कि प्रदेश में इन दिनों नाबालिगों के साथ छेड़छाड़ की घटनाओं में वृध्दि हुई है। अकेले महिला हेल्पलाईन में अप्रैल माह में जहां 71 प्रकरण दर्ज हुए थे, वहीं मई में यह संख्या बढ़कर 75 हो गई। अभी 30 मई को ही राजधानी के सुदामा नगर में रहने वाली एक स्कूली छात्रा का अपहरण कर दो बदमाशों ने उसके साथ यादती की। महिला थाना पुलिस के मुताबिक कक्षा 9वीं में पढ़ने वाली 16 वर्षीया लड़की को शाम करीब 7 बजे सुदामा नगर के बदमाश आमिर तथा नया बसेरा के शकील मंसूरी ने अपहरण कर लिया और नया बसेरा ले जाकर एक झुग्गी में उसके साथ मनमानी की। छात्रा की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी आमिर व शकील के खिलाफ बलात्कार, अपहरण व जान से मारने की धमकी देने का प्रकरण दर्ज कर लिया है। इस संबंध में एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि उसका साथी अभी भी फरार है।