भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस सरकार पर विकास के लिए पैंसों की कमी का रोना रोने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि वे ऐसे नेता नहीं कि पैसों का रोना रोएंगे, उनकी सरकार में विकास के लिए पैंसों की कोई कमी नहीं है। चौहान ने मंदसौर के सुवासरा विधानसभा के कयामपुर, देवास के हाटपिपल्या के क्षिप्रा, आगर के कानड में मंडल सम्मेलनों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार पूरे समय पैसे की कमी का रोना रोती रही, लेकिन हमने कोरोना संकट में भी इसके लिए व्यवस्था की।
यह सही बात है कि आर्थिक दिक्कत है, लेकिन हमने उसके बीच से रास्ता निकाला और कभी भी पैसों की कमी नहीं आने दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता जनता को बताएं कि कर्जमाफी के नाम पर कांग्रेस सरकार ने किस तरह किसानों को धोखा दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपनी सरकार बनते ही किसानों के दो लाख तक के कर्ज माफ करने की घोषणा की थी, शर्ते लगाकर किसानों के कर्ज माफ नहीं किए। उन्होंने कहा कि इस तरह की बाजीगरी और कलाकारी सिर्फ कांग्रेस कर सकती है, वे नहीं कर सकते है।
चौहान ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार ने अपने कार्यकाल में भाजपा सरकार द्वारा शुरू की गयी विभिन्न जनहितैषी योजना को बंद कर प्रदेश की जनता से धोखा किया। उन्होंने कहा कि राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्या सिंधिया और उनके साथियों ने आकर प्रदेश को बचा लिया, वर्ना यह सरकार अगर पांच साल चल जाती, तो पता नहीं प्रदेश का क्या होता।
उन्होंने कहा कि ऐसी सरकार को गिराना कोई पाप नहीं है। मंडल सम्मेलन को वित्त मंत्री जगदीश देवडा एवं राष्ट्रीय सह कोषाध्यक्ष एवं सासंद सुधीर गुप्ता ने भी संबोधित किया। सम्मेलन में पार्टी प्रत्याशी केबिनेट मंत्री हरदीप सिंह डंग, विधायक देवीलाल धाकड, माधव अनिरुद्ध मारु, पूर्व विधायक राधेश्याम पाटीदार, पूर्व मंत्री कैलाश चावला, जिला पंचायत अध्यक्ष प्रियंका गीरी गोस्वामी, जिला अध्यक्ष नानालाल अटोलिया सहित सभी जन प्रतिनिधी मौजूद थे।