शिवपुरी। पुलिस की मान्यताएं कई बार जानलेवा साबित होती हैं। यदि 12 साल से अधिक उम्र की कोई लड़की लापता हो जाए तो पुलिस हमेशा यह मानती है कि वह किसी लड़के के साथ भाग गई होगी। पुलिस पर दबाव बनाओ तो वह लड़की को चरित्रहीन बताने लगती है। मध्यप्रदेश के शिवपुरी के फिजिकल थाना पुलिस ने भी कुछ ऐसा ही किया। 6 दिन पहले लापता हुई एक लड़की का पता लगाने की कोशिश तक नहीं की। नतीजा आज उसकी लाश एक तालाब में तैरती हुई मिली है। उल्लेखनीय है कि हाल ही में शिवपुरी में एक महिला पुलिस अधिकारी पर इसी तरह एक लापता महिला की तलाश करने के लिए 20 हजार रुपए की रिश्वत लेने का आरोप लगा है।

जानकारी के अनुसार फिजीकल थाना क्षेत्र के अतंर्गत आने वाली संजय कॉलोनी निवासी सोनम रजक उम्र 17 साल 6 दिन पहले अपने घर से लापता हो गई थी। सोनम के परिवार वालों ने तत्काल इसकी सूचना फिजिकल पुलिस थाने में दी थी। पुलिस ने भी अपहरण का मामला दर्ज किया था परंतु तलाश नहीं की। 6 दिन बाद रविवार 3 जनवरी सुबह लगभग 9 बजे शहर की सीमा क्षेत्र में आने वाले माधव लेख तालाब में एक लड़की की लाश पड़ी होने की सूचना मिली। देहात थाना पुलिस जब मौके पर पहुंची तो लड़की की पहचान फिजिकल थाना क्षेत्र से लापता हुई सोनम रजक के रूप में हुई।

इस मामले में फिजिकल थाना पुलिस की लापरवाही प्रमाणित हुई है। परिवार के लोगों ने बताया कि सोनम के पास उसका मोबाइल फोन था। हमने कई बार फिजिकल पुलिस से कहा कि मोबाइल नंबर के आधार पर लोकेशन ट्रेस करने की कोशिश करें परंतु पुलिस ने लोकेशन पता करने की कोशिश तक नहीं की।

इस मामले में बड़ा प्रश्न यह है कि सोनम रजक की मौत कैसे हुई। उसने आत्महत्या की या फिर उसकी हत्या करके लाश को तालाब में फेंक दिया गया। लापता होने के 6 दिन बाद लाश का तालाब में मिलना हत्या की ओर संकेत करता है। देहात थाना टीआई सुनील खैमरिया का कहना है कि पोस्टमार्टम के बाद स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।

यहां नोट करने वाली बात यह है कि सोनम रजक की बॉडी तालाब के किनारे पानी के बाहर पड़ी हुई मिली है। बताया गया है कि सोनम आदर्श बंधु स्कूल में पढ़ती थी। 3 महीने पहले उसकी सगाई हो गई थी। सोनम के पिता एक ट्रक ड्राइवर है।

लगभग 8 दिन से लापता सोनम रजक की लाश मिलते ही फिजिकल थाना पुलिस उसकी लोकेशन भी निकाल लाई। बताया गया है कि उसकी लास्ट लोकेशन 27 दिसंबर 2020 को सिंधिया छतरी के आसपास थी। पुलिस ने बताया कि सोनम की बॉडी पर खरोंच तक का निशान नहीं है लेकिन उसके पास से मोबाइल नहीं मिला है। सिंधिया छत्री पर 27 दिसम्बर को उसका मोबाइल बंद हो गया था।

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