भोपाल। मध्यप्रदेश में रेत माफिया इस तरह हावी है कि कोई अधिकारी उनके सामने टकराने की हिम्मत नहीं जुटा पाता है, कोई हिम्मत जुटाता भी है तो उसको मुॅह की खानी पडती है। जिला प्रशासन का कहना है कि पुलिस भी प्रशासन का सहयोग नहीं करती है। पुलिस आर्थिक लाभ के लिए रेत माफिया से संबंध बनाकर चलता है। मध्यप्रदेश के अलीराजपुर में खनिज निरीक्षक ने रेत से भरा ओवरलोड ट्रक पकडा तो ट्रक चालक ने 10-15 साथियों के साथ अधिकारी का अपहरण कर लिया। 3 घंटे बाद बदमाशों ने अधिकारी को छोड तो दिया, लेकिन जाते वक्त रिपोर्ट करने पर जान से मारने की धमकी दे गए। मामला शनिवार सुबह करीब 5 बजे का है। खनिज निरीक्षक शैलेष किराडे ने मामले की शिकायत कोतवाली थाने में की है। किराडे ने बताया कि शनिवार सुबह मैंने नानपुर रोड से रेत का अवैध परिवहन करते ट्रक जब्त कर थाने में खडा कराया था। हम वहां से कुक्षी रोड पहुंचे। तभी बिना नंबरों की तीन कारों में दीपक पिता भारतसिंह 10-15 लोगों के साथ आया। उन्होंने वाहन रोककर मेरे ड्राइवर मानसिंह सोलंकी से चाबी छुडाकर हमारे मोबाइल छीन लिए। हम दोनों को अपनी गाडी में बैठाकर ले गए।
जोबट-आंबुआ रोड पर जंगल में रेत के अन्य वाहनों को रोककर उनके चालकों से रॉयल्टी छुड़ाकर वीडियो बनाए। हमसे कहा कि आप इन वाहनों पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं करते। बाद में बदमाशों ने हमारे मोबाइल और वाहन लौटा दिया। किराडे ने कहा- इस घटना के पीछे वाहन मालिक गणपत छड़ोदी निवासी सागौर का हाथ है। मैंने उक्त वाहनों व आरोपियों को देखा है, जिन्हें मैं सामने आने पर पहचान लूंगा। मामले की सूचना कलेक्टर सुरभि गुप्ता को दे दी है।
टीआई दिनेश सोलंकी ने बतााया कि ट्रक चालक का नाम भी घटना में शामिल है। उसी के जरिए हम अन्य लोगों की भी पहचान करेंगे। आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।