सीधी। मध्यप्रदेश के सीधी जिले में तहसीलदार के कार्यालय में एक महिला अचानक एक भैंस लेकर पहुंच गई। महिला ने कहा कि उसके पास नाम बदलने की एवज में घूस देने के लिए पैसे नहीं है, इसलिए उसने अधिकारियों से कहा कि वे उनकी भैंस ही ले लें। महिला ने आरोप लगाया कि नाम बदलने के बदले में अधिकारी घूस मांग रहे हैं। अधिकारियों ने भैंस को लौटा दिया और घूस मांगने के आरोपों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि 14 नवंबर को ही नाम बदलने का काम हो चुका है और महिला का भैंस लेकर आना साजिश का हिस्सा है। बताया जा रहा है कि यह घटना सिहवाल के तहसीलदार ऑफिस में मंगलवार को हुई। उधर, महिला रामकली पटेल अपने दावे पर कायम हैं।
रामकली ने कहा, ‘मैंने अपने पैतृक संपत्ति में नाम बदलने के लिए आवेदन दिया था। मुझसे 10 हजार रुपये घूस मांगी गई और मैंने दे दिया लेकिन अभी तक मेरा काम नहीं हुआ है। मुझसे दोबारा पैसा मांगा गया। चूंकि मेरे पास पैसा नहीं था, इसलिए मैं अपनी भैंस लेकर यहां आ गई।’ उधर, तहसीलदार ने माइकल टिर्की ने माना कि रामकली घूस देने के लिए अपनी भैंस लेकर आई थीं।
तहसीलदार ने कहा, ‘किसी ने रामकली से घूस मांगी थी। उनका मामला एसडीएम कोर्ट में है लेकिन उनका काम 14 नवंबर को ही हो चुका है। मैंने यहां तक कि उनको ऑर्डर की एक कॉपी भी दे दी है।’ इस बीच एसडीएम आरके सिन्हा ने कहा, ‘यह एक साजिश का हिस्सा है। कुछ लोगों ने संभवतः उन्हें भड़काया है। इसकी वजह से एसडीएम कोर्ट में अफरातफरी मच गई।’