रायपुर। दो अलग-अलग मामलों में रिश्वत लेने का प्रकरण सामने आया है। एक में चिकित्सा अघिकारी कार्यालय का क्लर्क को रिटायर्ड कर्मी का जमा पैसा देने के मामले में व दूसरे में महिला पटवारी को ऋण पुस्तिका ठीक करने के एवज में रिश्वत लेते महिला पटवारी को एसीबी ने गिरफ्तार किया।
एंटी करप्शन ब्यूरो ने भ्रष्टाचार के दो अलग-अलग प्रकरणों में कार्रवाई की है। सूरजपुर के तहसील प्रतापपुर के रेंवटी गांव रहवासी बिनेश्वर राम टेकाम ने एसीबी के डीएसपी को लिखित शिकायत में बताया कि सालभर पहले वह स्वीपर के पद से रिटायर हुआ है। रिटायरमेंट के बाद ग्रेज्युटी और अन्य राशि मिलाकर कुल 10 लाख मिलना था, जिसमें से 7 लाख रूपए मिल चुका है। बाकी के 3 लाख रूपए और पेंशन प्रकरण तैयार करने के लिए क्लर्क गिरवर कुशवाहा ने16 हजार रूपए रिश्वत मांगी। टेकाम ने बताया कि वह पहले भी 7 लाख रूपए दिलाने के लिए 19 हजार रूपए रिश्वत गिरवर कुशवाहा को दे चुका था और अब रिश्वत नहीं देना चाहता है। इसके बाद एसीबी ने वॉइस रिकॉर्डर देकर सत्यापन कराया, जो कि सही पाया। आरोपी गिरवर कुशवाहा को 16 हजार रूपए रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा। आरोपी के खिलाफ धारा-7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई।
इसी तरह एक अन्य प्रकरण खरसिया की संजय साहू ने बिलासपुर में एसीबी के डीएसपी को शिकायत कर बताया कि ऋण पुस्तिका दुरूस्त करने के लिए पटवारी कुमारी सुमित्रा सिदार के संपर्क किया था, जिसमें ऋण पुस्तिका ठीक करने के लिए 4 हजार रूपए रिश्वत की मांग की। इसके बाद एसीबी ने प्रार्थी से रिश्वत लेते महिला पटवारी को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा-7 के तहत कार्रवाई की गई है।