कोरबा। छतीसगढ के कोरबा जिले में रिश्ते में भाई-बहिन में प्यार ऐसा परमान चढा कि दोनों युगल में शादी करने का फेसला कर लिया। भाई-बहिन में प्यार हो सकता है लेकिन शादी नहीं। जब युगल प्रेमियों को पता चला कि हम दोनों में शादी नहीं हो सकती तो प्रेमी ने कहा कि हम दोनों साथ रहकर अपना जीवन नहीं गुजार सकते तो मर तो साथ ही सकते हैं। शायद यही वजह है कि वह दो नया रस्सी फांसी लगाने लेकर आया था, पर प्रेमिका तैयार नहीं हुई तो उसकी हत्या कर खुद फंदे पर झूल गया।

छतीसगढ के कोरबा जिले के कटघोरा थाना पुलिस सहायता केंद्र जटगा के अंतर्गत आने वाले ग्राम मुकुवा में रहने वाला सत्तू श्याम गोंड (30वर्ष) व गांव में ही रहने वाली बसंता गोंड (28वर्ष) के बीच लंबे समय से प्रेम संबंध था। कम उम्र में ही दोनों एक-दूसरे को पसंद करने लगे थे। शादी भी करना चाहते थे, पर दूर का परिवारिक रिश्ता होने से यह संभव नहीं हो पाया। दोनों के परिजनों ने उनकी शादी अलग-अलग परिवार में करा दी।

इसके बाद भी दोनों के बीच प्रेम यथावत रहा। सत्तू अपनी पत्नी से अलग हो गया। बसंता की पांच साल पहले शादी हुई थी, पर पांच माह पहले ही उसका तलाक हो गया। इसके बाद से दोनों का मिलना-जुलना फिर शुरू हो गया और दोनों एक साथ रहना चाहते थे।

वही पुराना पारिवारिक अडंगा सामने आ जा रहा था। बसंता अपने घर के पीछे के रास्ते से सत्तू के कमरे में पहुंची थी। यहां सुबह उसकी रक्तरंजित अवस्था में लाश मिली, सिर पर कुल्हाडी धंसा था। प्रथम दृष्टया ही यह स्पष्ट था कि यह हत्या का मामला है। सत्तू की तलाश में जुटी पुलिस को गांव के निकट जंगल में उसकी लाश फांसी के फंदे पर लटकी मिली। पुलिस ने हत्या का मामला पंजीबद्ध किया है, पर आरोपी ने भी खुदकुशी कर ली, इसलिए मामले को खात्मे में डाला जाएगा।

पुलिस ने घटनास्थल का जायजा लिया और जो परिस्थितिजन्य साक्ष्य सामने है, उसके अनुसार यह माना जा रहा है कि सत्तू चाहता था कि दोनों एक साथ आत्महत्या कर लें। इसके लिए वह दो नया रस्सी भी लाकर रखा था। जिस पेड़ में सत्तू की लाश फंदे में मिली है, वहां एक अन्य रस्सी पेड के शाख में लटकी मिली। पुलिस के अनुसार बसंता आत्महत्या के लिए तैयार नहीं हुई तो उसने पहले सिर पर कुल्हाडी से वार कर उसकी हत्या कर दी, फिर खुद फांसी पर लटक गया।

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