भोपाल। मध्यप्रदेश में 19 जून को होने वाले राज्यसभा की तीन सीटों के चुनाव को लेकर भाजपा और कांग्रेस से तस्वीर साफ हो गई है। बुधवार को दोनों दलों ने पार्टी विधायकों की गिनती के साथ निर्दलीय और अन्य दलों के विधायकों को अपने खेमे में दिखाने की कोशिश की, जिसमें भाजपा काफी हद तक सफल हुई।
पार्टी दफ्तर में हुई भोजन पॉलिटिक्स में खुद के 106 विधायकों के साथ दो निर्दलीय सुरेंद्र सिंह शेरा और विक्रम राणा, दो बसपा के संजीव सिंह कुशवाह और राम बाई के साथ एक सपा विधायक राजेश शुक्ला भी पहुंचे। कोरोना से एहतियात बरतते हुए यशोधरा राजे सिंधिया नहीं पहुंचीं, लेकिन वे पार्टी के साथ हैं और भोपाल पहुंच गई हैं। दूसरी ओर, कांग्रेस विधायक दल की बैठक में 87 विधायक पहुंचे। पार्टी का दावा है कि उनके 92 विधायक साथ हैं। ताजा समीकरण के हिसाब से भाजपा की दो सीट पक्की हैं और कांग्रेस एक सीट पर मजबूत है। गुरुवार को भाजपा विधायक दल की बैठक शाम 6 बजे होगी।
लगातार विवादों और पार्टी के प्रति ढुल-मुल रवैया रखने वाले भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी और शरद कोल भी बुधवार को भोजन में नजर आए। साथ ही पार्टी नेतृत्व को भरोसा दिलाया कि वे पूरी तरह साथ हैं।
कोरोना पॉजिटिव कांग्रेस विधायक कुणाल चैधरी राज्यसभा चुनाव के लिए वोटिंग करने मतदान स्थल पर जाएंगे। राज्यसभा चुनाव के लिए रिटर्निंग ऑफिसर एपी सिंह ने बताया कि चुनाव आयोग ने अस्पताल में भर्ती कोरोना संक्रमित वोटर को पोस्टल बैलेट (डाक मतपत्र) का उपयोग करने की अनुमति दी है, लेकिन चैधरी अस्पताल में भर्ती नहीं हैं, इसलिए वे इस सुविधा का उपयोग नहीं कर पाएंगे। इधर, चैधरी ने कहा कि वे वोट देने जाएंगे।
इधर, कांग्रेस विधायक दल की बैठक में प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ की मौजूदगी में 87 विधायक पहुंचे। केपी सिंह, रवि जोशी, लक्ष्मण सिंह और हिना कांवरे नहीं पहुंचे। हालांकि इन्होंने कमलनाथ को सूचित किया था। ये सभी गुरुवार को पहुंचेंगे। इस बैठक में निर्दलीय केदार डाबर भी नजर आए, लेकिन वे किसके साथ हैं, ये स्पष्ट नहीं है।
बताया जा रहा है कि गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने निर्दलीय, बसपा और सपा को भाजपा में लाने की रणनीति बनाई। सुरेंद्र सिंह और राजेश शुक्ला भी भोजन में नरोत्तम के साथ दिखे। भूपेंद्र सिंह के साथ राम बाई नजर आईं। दो अन्य निर्दलीय विधायक प्रदीप जायसवाल और केदार डाबर के भी भाजपा के संपर्क में होने की खबर हैं। माना जा रहा है कि 19 जून वोटिंग के दिन सारे निर्दलीय, बसपा और सपा के विधायक भाजपा के पक्ष में जा सकते हैं। दो सीटों पर भाजपा ने ज्योतिरादित्य सिंधिया, सुमेर सिंह सोलंकी को, जबकि कांग्रेस ने दिग्विजय सिंह व फूल सिंह बरैया को प्रत्याशी बनाया है।