ग्वालियर। भगवान अचलनाथ इस बार अपने श्रद्धालुओं के साथ गुलाल से नहीं, बल्कि चंदन और फूलों से होली खेलेंगे। ऐसा पानी बचाने का संदेश देने के लिए किया जाएगा। रंग पंचमी पर 6 मार्च को जब अचलनाथ शहर भ्रमण पर निकलेंगे तब भक्तों को गुलाल की जगह चंदन का टीका लगाकर पुष्प वर्षा की जाएगी। इसके लिए अचलेश्वर न्यास ने 21 क्विंटल फूल मंगाए हैं।
श्री अचलेश्वर महादेव सार्वजनिक न्यास के अध्यक्ष हरीदास अग्रवाल और सूचना सचिव वैभव सिंघल ने बताया कि रंगपंचमी के दिन भगवान अचलनाथ पालकी में सवार होकर चल समारोह के रूप में सुबह 11 बजे शहर में होली खेलने निकलेंगे। इसमें सनातन धर्म मंदिर में भगवान चक्रधर के साथ, राम मंदिर में भगवान राम के साथ और गिर्राज जी मंदिर में भगवान कृष्ण के साथ ही गुलाल की होली खेलेंगे। रास्ते में श्रद्धालुओं के ऊपर कहीं भी गुलाल नहीं उड़ाया जाएगा। सिर्फ पुष्प वर्षा होगी। सचिव भुवनेश्वर वाजपेयी ने बताया कि डीजे की जगह इस बार भक्त भजनों पर नृत्य करेंगे। इसके लिए वृंदावन से भजन मंडली बुलाई गई है। पानी की कमी और स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए इस बार रंग और गुलाल का उपयोग नहीं किया जा रहा है।

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