नई दिल्ली | भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व अध्यक्ष नीतिन गडकरी ने गुरुवार को इस बात का खंडन किया कि उन्होंने जनता दल (यूनाइटेड) को यह आश्वासन दिया था कि नरेंद्र मोदी पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नहीं बनाए जाएंगे। गडकरी का यह स्पष्टीकरण समाचार पत्रों में आई उस रपट के बाद आया है, जिसमें दावा किया गया है कि पिछले वर्ष जुलाई में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ एक बैठक के दौरान गडकरी ने यह आश्वासन दिया था कि मोदी को प्रधानमंत्री के उम्मीदवार के रूप में पेश नहीं किया जाएगा।
समाचार पत्र की रपट में जद (यू) सूत्र के हवाले से कहा गया है कि गडकरी ने कहा था कि मोदी को प्रधानमंत्री का उम्मीदवार नहीं बनाया जा सकता, क्योंकि उनके नाम पर मतैक्य नहीं है और कुछ भाजपा नेताओं को भी उनके नाम पर आपत्ति है।
गडकरी के कार्यालय से जारी एक वक्तव्य में कहा गया है कि पूर्व भाजपा अध्यक्ष ने राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष अरुण जेटली के साथ जुलाई 2012 में नीतीश कुमार से मुलाकात की थी, लेकिन वक्तव्य में समाचार पत्र के दावे को खारिज किया गया है।
वक्तव्य में कहा गया है, “तीनों नेताओं ने देश की राजनीतिक स्थितियों पर एवं 2014 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की रणनीति पर विचार-विमर्श किया था।”
वक्तव्य में आगे कहा गया है, “श्री नीतीश कुमार ने लोकसभा चुनाव के लिए राजग के सम्भावित नेता का मुद्दा उठाया था। इसपर श्री गडकरी और श्री जेटली ने नीतीश से कहा था कि भाजपा ने चुनाव से पहले किसी को प्रधानमंत्री पद के लिए पेश करने का कोई निर्णय नहीं लिया है। भाजपा नेतृत्व इस मुद्दे पर उचित समय पर चर्चा करेगा और निश्चित तौर पर राजग के सभी घटक दलों को विश्वास में लिया जाएगा।”
बयान में कहा गया है, “श्री गडकरी और श्री जेटली ने नीतीश को ऐसा कोई आश्वासन नहीं दिया था कि मोदी को 2014 के आम चुनाव के लिए प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में नहीं पेश किया जाएगा।”
भाजपा के घटक दल जद (यू) और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इससे पहले स्पष्ट कर चुके हैं कि उनकी पार्टी सिर्फ धर्मनिरपेक्ष छवि वाले नेता को ही प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवारी के लिए समर्थन देगी। जद (यू), भाजपा से अपना उम्मीदवार घोषित करने की भी मांग कर चुकी है।