ग्वालियर। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के भानजे व मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा के नाम से जारी एक ऑडियो से राजनीतिक गलियारों में हडकंप मच गया है। ऑडियो में अनूप मिश्रा कहते सुनाई दे रहे हैं कि हम पूरी ताकत लगा रहे हैं कि कांग्रेस जीते। कांग्रेस की गुटबाजी पर दुख व्यक्त करते हुए यह भी कहा गया है कि कांग्रेस ये नहीं समझ पा रही कि ये उसके अस्तित्व की लडाई है। इस मामले में जब अनूप मिश्रा से बात की तो उन्होंने साफ कहा कि न तो मैं खंडन करुंगा और न प्रश्रय (कंफर्म) करुंगा।
अनूप मिश्रा और अजय सिंह का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। गुरुवार को ही मिश्रा का 63वां जन्मदिन था। अनूप मिश्रा व अजय सिंह की व्यक्तिगत चर्चा का यह ऑडियो सोशल मीडिया पर कैसे आया? यह रहस्य बना हुआ है।
ऑडियो में अजय नाम का शख्स कह रहा है कि भोपाल में प्रज्ञा भारती को टिकट उसने दिलाया है। वह यह भी दावा कर रहा है कि प्रज्ञा के साथ 4 को बैठेगा और 5 को कुछ ऐसा करवाएगा कि दिग्विजय सिंह बाहर हो जाएंगे। इससे स्पष्ट हो रहा है कि बीतचीत 4 मई से पहले हुई है।
ग्वालियर सीट से कांग्रेस प्रत्याशी अशोक सिंह को लेकर खूब चर्चा हुई है। इसमें अजय, रिंकू मावई की सिंधिया पर की गई टिप्पणी को गलत ठहरा रहे हैं। वहीं अनूप अशोक का पक्ष रखते हुए कह रहे हैं कि उसका स्वभाव नहीं है। वे उनके राजनीतिक आईक्यू पर भी सवालिया निशान लगाते हुए कह रहे हैं कि यदि, ऐसा नहीं होता तो क्या वह तीन चुनाव हारता।
अनूप मुरैना व ग्वालियर में सिंधिया-दिग्गी गुटों की गुटबाजी की बात कहते हुए कह रहे हैं कि मैं तो अपना काम कर रहा हूं मुझे सपोर्ट करना है तो कर रहा हूं। ज्योतिरादित्य को सपोर्ट कर रहा हूं। मेरा गुस्सा बीजेपी से है। मैं यह नहीं देख रहा हूं कि कौन किस गुट का है। यह भी दावा कर रहे हैं कि केएल अग्रवाल का बेटा, निशीथ पटेल, जितेन्द्र डागा उसके इशारे पर कांग्रेस में गए हैं। मुरैना में बलवीर दंडोतिया से कहा है कि ब्राह्मणों पर चोट हुई है, देखो। हरि सिंह रघुवंशी उनके इशारे पर कांग्रेस के लिए काम कर रहे हैं।
वायरल ऑडियो में अनूप मिश्रा दावे के साथ कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि विधानसभा में चाहे हमारी या नरेन्द्र सिंह की गलती से हारे हों, कद तो सिंधिया का बडा। मुझे पूर्व से देते तो भितरवार, पूर्व, ग्वालियर, दक्षिण सब जीतते। डबरा गलती से हारे, दिमनी में शिवमंगल को माइनस करना था, गब्बर के स्थान पर संध्या को देते….। इसके बाद का ऑडियो अधूरी बात पर ही खत्म हो गया है।
प्र. एक ऑडियो वायरल हुआ है आपके और कोई अजय सिंह के नाम से, क्या मामला है?
अनूप- अब ये तो ऑडियो जिसने वायरल किया है, उससे पूछना पडेगा। मैं कैसे बता सकता हूं।प्र. मैं यह जानना चाहता हूं कि क्या आपकी आवाज है?
अनूप- मैंने तो सुना ही नहीं।
प्र. मैं सुनवा दूं आपको?
अनूप- मुझे सुनना ही नहीं है। ये तो उसे ही खंब ठोकना चाहिए। मेरे तो बहुत से ऑडियो-वीडियो वायरल हैं। कई निकलेंगे।
प्रश्न मैं इस ऑडियो को लेकर बात कर रहा हूं?
अनूप- मुझे नहीं मालूम कौन सा ऑडियो है
प्र. मैं सुनवा सकता हूं(तीन बार ऑडियो सुनने का आग्रह), क्या आप खंडन करेंगे?
अनूप-न खंडन करुंगा न प्रश्रय दूंगा। मेरे बहुत से ऑडियो-वीडियो हैं। आप किसकी बात कर रहे हैं।
प्र. आप सुनना ही नहीं चाहते, तो मैं क्या करूं?
अनूप- सिर्फ इतना बोले- चर्चा समाप्त।

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