चेन्नई । तमिलनाडु की राजनीति में सक्रिय होने का एलान करने के बाद तमिल सिनेमा के सुपरस्टार रजनीकांत ने अन्नाद्रमुक के संस्थापक एमजी रामचंद्रन (एमजीआर) की विरासत पर भी दावा कर दिया है। सोमवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रजनीकांत ने कहा कि अगले एक हजार वर्षों में भी कोई दूसरा एमजीआर पैदा नहीं होगा। इनमें मैं भी शामिल हूं, लेकिन मुझे विश्वास है कि मैं उनके जैसा शासन दे सकता हूं, जो गरीबों और आम लोगों की भलाई के लिए काम करेगा।
रजनीकांत द्वारा राजनीति में सक्रिय होने के एलान का मजाक उड़ाते हुए अन्नाद्रमुक ने कहा था कि हर कोई एमजीआर नहीं हो सकता है। सत्तारूढ़ दल के तंज का जवाब देते हुए रजनीकांत ने कहा कि मैं एमजीआर नहीं हूं। कोई भी यदि कहता है कि वह उनके जैसा है, तो वह सनकी है। लेकिन राज्य में नेतृत्व के नाम पर एक खालीपन है। मुझे उम्मीद है कि मैं अच्छा प्रशासन और आध्यात्मिक सरकार देने में कामयाब रहूंगा।
उन्होंने कहा, ‘जयललिता अब नहीं रहीं, करुणानिधि बीमार हैं। तमिलनाडु को एक नेता की जरूरत है। मैं आऊंगा और इस खाली हुई जगह को भर दूंगा। इस वक्त भगवान मेरी तरफ है।’
बता दें कि पिछले साल 31 दिसंबर को राजनीति में उतरने का एलान करने के बाद से यह रजनीकांत की पहली सार्वजनिक सभा थी। जिस दौरान उन्होंने अपने प्रशंसकों से उनके बैनर पोस्टर हटाने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि मेरे प्रशंसकों ने जो बैनर लगाए हैं, उनसे सार्वजनिक कार्यों में बाधा आ रही है और यह उच्च न्यायालय के आदेश का उल्लंघन हैं। मैं प्रशंसकों से अनुरोध करता हूं कि वे ऐसी गतिविधियों में शामिल न हों।’