इंदौर। शहर के मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट के पहले पैकेज में पहली सबसे बड़ी बाधा 132 केवी बिजली लाइन की है। सांवेर रोड पर जैतपुरा से एमआर-10 होते हुए विजय नगर के सत्यसाईं ग्रिड तक आ रही इस भारी-भरकम लाइन को हटाना बड़ी चुनौती है। इसे हटाने में लगभग 6 माह लगेंगे। ऐसे में यह तय है कि मेट्रो के पहले हिस्से का भूमिपूजन होने के बावजूद बाधाओं से पार पाए बिना काम की गति बनना मुश्किल है।
लाइन हटाने का काम ट्रांसमिशन कंपनी की जिम्मेदारी है। यह पूरी लाइन 15 फीट लंबी और 15 फीट चौड़ी जगह घेरने वाले टॉवरों से होकर जा रही है। जैतपुरा से सत्यसाईं ग्रिड तक 15 टॉवर लगे हैं। इस टॉवर लाइन को मोनोपोल लाइन पर शिफ्ट करने की योजना है, क्योंकि मोनोपोल कम जगह घेरते हैं।
सभी टॉवर हटाना और उनकी जगह मोनोपोल लगाना बड़ा काम है। मप्र मेट्रो रेल कंपनी, मप्र बिजली कंपनी और ट्रांसमिशन कंपनी के अधिकारी इस लाइन का मुआयना कर चुके हैं। इस दौरान लाइन शिफ्िटग के विकल्पों पर चर्चा हुई। लाइन हटाने का खर्च मेट्रो रेल कंपनी वहन करेगी, जिसका इस्टीमेट बनाया जा रहा है।